Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Oct, 2017 11:31 PM
अबोहर मलोट राष्ट्रीय राज मार्ग नं. 19 पर गांव बल्लुआना के निकट स्थित ढाणी ठाकर सिंह में रहने वाले एन.आर.आई. बलकरण सिंह भुल्लर (57) की कुछ लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चला कर हत्या कर दी। ...
अबोहर(भारद्वाज): अबोहर मलोट राष्ट्रीय राज मार्ग नं. 19 पर गांव बल्लुआना के निकट स्थित ढाणी ठाकर सिंह में रहने वाले एन.आर.आई. बलकरण सिंह भुल्लर (57) की कुछ लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चला कर हत्या कर दी। पुलिस को दिए बयानों में बलकरण सिंह के भाई बलजीत सिंह ने बताया कि बलकरण सिंह का कुछ लोगों के साथ जमीनी विवाद अदालत में चल रहा था और 25 सितम्बर 2017 को माननीय अदालत ने केस का फैसला बलकरण सिंह के हक में दिया था।
इसी रंजिश के चलते दीवाली वाले दिन प्रात: करीब 8.30 बजे जब बलकरण सिंह सैर कर रहा था तो समरबीर सिंह उर्फ सैमी पुत्र हरबीर सिंह, कुलबीर सिंह पुत्र हरबीर सिंह वासी सूरज नगरी, गुरनेक सिंह उर्फ रिम्पी वासी अबोहर, गुरतेषर सिंह पुत्र गुरनेक सिंह वासी अजीमगढ़, अबोहर तथा 5-6 अज्ञात व्यक्तियों ने अंधाधुंध गोलियां चला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हमलावर बलकरण सिंह के पास मौजूद 32 बोर पिस्टल को भी अपने साथ ले गए।
ढाणी की तरफ आ रही कार को देखकर बलकरण सिंह को लगा कि कोई जानकार दीवाली पर बधाई देने या मिलने आ रहा है। कार नजदीक पहुंची और उसमें से उतरते ही हमलावरों ने बलकरण सिंह पर गोलियां चला दीं। बलकरण सिंह को अपनी सुरक्षा का मौका ही नहीं मिला। गोलियों ने उसके सिर छाती को छलनी कर दिया। पहले भी हो चुके हैं हमले : बलकरण सिंह पर पहले भी कई हमले हो चुके हैं, इसलिए उनके 7 निजी अंगरक्षकों के अलावा पंजाब पुलिस के भी 2 अंगरक्षक हमेशा साए की तरह साथ रहते थे। जमीनी केस में मिली जीत के बाद बलकरण सिंह भुल्लर एक धार्मिक स्थल पर माथा टेकने के बाद दिल्ली रवाना हो गया। उनका कारोबार देश और विदेश में था।
18 अक्तूबर की रात को ही ढाणी पहुंचे थे बलकरण सिंह
बलकरण सिंह 18 अक्तूबर की रात को ही अपनी ढाणी पर पहुंचे थे। दिल्ली से आते हुए उन्होंने अपने निजी अंगरक्षकों को दीवाली के चलते घर जाने की छुट्टी दे दी थी।