Edited By Updated: 24 Apr, 2017 12:18 PM
जेलों में बंद गैंगस्टरों पर पेशी के दौरान विरोधी गैंग द्वारा हमला करने की लगातार बढ़ती वारदातों को देखते हुए अब प्रदेशभर की जेलों में बंद खतरनाक गैंगस्टरों की सुरक्षा के आधार पर जेल से ही वीडियो कान्फ्रैंसिंग के जरिए पेशी करवाने का फैसला किया गया...
कपूरथला(भूषण): जेलों में बंद गैंगस्टरों पर पेशी के दौरान विरोधी गैंग द्वारा हमला करने की लगातार बढ़ती वारदातों को देखते हुए अब प्रदेशभर की जेलों में बंद खतरनाक गैंगस्टरों की सुरक्षा के आधार पर जेल से ही वीडियो कान्फ्रैंसिंग के जरिए पेशी करवाने का फैसला किया गया है। इस नए फैसले से जहां जेलों व अदालतों के बीच लंबी दूरी का फायदा उठाकर अपने विरोधी गैंग पर हमला करने वाले अपराधियों के खतरनाक इरादों पर अंकुश लग सकेगा, वहीं गैंगस्टरों को जेलों से अदालत ले जाने वाली भारी संख्या में पुलिस टीमों को भी अपराध विरोधी मुहिम में शामिल किया जा सकेगा।
सभी सैंट्रल जेलों में है वीडियो कान्फ्रैंसिंग सुविधा
गौरतलब है कि प्रदेशभर में लगभग सभी सैंट्रल जेलों में गंभीर अपराधों व गैंगवार में शामिल रहे अपराधियों को अदालतों में ले जाने के स्थान पर उनकी जेलों से ही पेशी प्रक्रिया यकीनी बनाने के मकसद से वीडियो कान्फ्रैंसिंग प्रणाली को लॉन्च किया गया है ताकि अपराधियों पर दूसरे गुटों द्वारा हमले की संभावना को खत्म किया जा सके लेकिन इसके बावजूद भी इस आधुनिक सुविधा का लाभ न उठा पाने के कारण अदालतों में पेशी के लिए लाए गए कई गैंगस्टरों को या तो विरोधी गैंग ने बीच रास्ते में ही फायरिंग कर कत्ल कर डाला या फिर उनके साथी उन्हें भगाकर ले गए, किन्तु अब गुरदासपुर में कुछ गैंगस्टरों द्वारा 3 युवकों को कत्ल करने की सनसनीखेज वारदात ने पुलिस व जेल प्रशासन को प्रदेशभर में अपनी रणनीति बदलने के लिए मजबूर कर दिया है।
मैन पावर की कमी से जूझ रही पुलिस को मिलेगी राहत
अब पंजाब पुलिस व जेल प्रशासन ने मिलकर ऐसे खतरनाक गैंगस्टरों की जेलों से ही वीडियो कान्फ्रैंसिंग से पेशी करवाने का फैसला लिया है ताकि इन अपराधियों को अदालतों में ले जाने के समय भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की प्रक्रिया व संभावित खून-खराबे से बचा जा सके। प्रदेशभर में जेल प्रशासन ने ऐसे आदेशों पर अमल भी शुरू कर दिया है जिसके तहत सैंट्रल जेल जालंधर व कपूरथला में बंद कई खतरनाक गैंगस्टरों की अदालतों में पेशी के दौरान अब उनको जेल में बैठाकर वीडियो कान्फ्रैंसिंग करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इससे पहले से ही मैन पावर की कमी से जूझ रही पंजाब पुलिस को भारी राहत मिलने की संभावना है।