Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 10:01 PM
पंजाब के स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नए साल के शुरू में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरूआत करते हुए मोहाली के मेयर कुलवंत सिंह को मेयर व कौंसलर पद से डिसमिस करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही एक एक्सियन समेत 5...
चंडीगढ़/मोहाली(भुल्लर,नियामियां): पंजाब के स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नए साल के शुरू में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरूआत करते हुए मोहाली के मेयर कुलवंत सिंह को मेयर व कौंसलर पद से डिसमिस करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही एक एक्सियन समेत 5 अधिकारियों पर भी कार्रवाई की है। मेयर कुलवंत सिंह को अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल का नजदीकी माना जाता है। सुखबीर ने कुलवंत सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में फतेहगढ़ साहिब से पार्टी का उम्मीदवार भी बनाया था।
सिद्धू ने मेयर कुलवंत सिंह व अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि निगम अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी खजाने को नुक्सान पहुंचाने की कार्रवाई का सख्त नोटिस लेते हुए 2 अधिकारियों को निलंबित किया है जबकि 3 को चार्जशीट किया गया है। तत्कालीन कमिश्नर को निलंबित करने के लिए सिफारिश सरकार को भेजी गई है।
28 लाख की मशीन विदेश से मंगवानी थी 1.79 करोड़ में
सिद्धू ने कहा कि मोहाली के कुछ वक्त के लिए कमिश्रर रहे उमा शंकर ने इस मशीन की खरीद की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए थे और खरीद की प्रक्रिया को पारदर्शी न बताते हुए इससे खुद को अलग कर लिया था लेकिन जब नए कमिश्नर राजेश धीमान ने पद संभाला तो निगम की तरफ से खरीदी जाने वाली पेड़ छंटाई करने वाली मशीन खरीदने के समय मेयर कुलवंत सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी खजाने को चूना लगाया था। पेड़ छंटाई करने वाली मशीन जिसकी भारत में कीमत 28 लाख रुपए और विदेश से मंगवाने की कीमत 80 लाख रुपए थी, को 1.79 करोड़ रुपए में खरीदने के प्रस्ताव को पास करके इसकी खरीद का आदेश जारी कर दिया।
मुख्य चौकसी अधिकारी की रिपोर्ट पर की कार्रवाई
सिद्धू ने कहा कि विभाग की तरफ से इसकी जांच विजीलैंस सैल की तरफ से करवाई गई और मुख्य चौकसी अधिकारी की रिपोर्ट पर आरोपी पाए गए मेयर व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। तत्कालीन कमिश्नर राजेश धीमान को चार्जशीट जारी करते निरस्त करने की सिफारिश करते हुए संबंधित विभाग को केस भेज दिया है। इसी तरह एक्सियन नरेश बत्ता और डी.सी.एफ.ए. विनायक को निरस्त किया गया है। ए.सी.ई. महेंद्रपाल और सुरिंद्र गोयल को चार्जशीट किया गया है। नगर निगम मोहाली के स्थानीय फंड ऑडिटर को भी चार्जशीट करने की सिफारिश की गई है। मशीन खरीदने के जारी आदेश को तुरंत रद्द करने के निर्देश दिए गए और कांट्रैक्टर को एडवांस दी गई राशि को रिकवर करने का भी आदेश जारी किया गया।
किसी अधिकारी या मंत्री के लिए ईमानदार होना अच्छी बात है लेकिन खुद को ईमानदार साबित करने के लिए दूसरों को बेईमान बताना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझ पर लगाए गए तमाम आरोप बेबुनियाद हैं और यह कार्रवाई राजनीतिक बदलाखोरी के कारण की जा रही है। यह मशीन दुनिया की बेहतरीन मशीन है और देश में पहली बार आई है। इसकी खरीद में सारी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया है। मुझे अभी तक निलम्बन के लिए कारण बताओ नोटिस नहीं मिला है लेकिन जरूरत पड़ी तो मैं इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट भी जाऊंगा।-कुलवंत सिंह, मेयर मोहाली