Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 10:00 AM
केंद्र सरकार द्वारा 8 नवम्बर 2016 को देश में लागू की गई नोटबंदी के बाद अब देश के कई हिस्सों में 2000 रुपए के नए नोटों की किल्लत देखने को
जालन्धर (धवन): केंद्र सरकार द्वारा 8 नवम्बर 2016 को देश में लागू की गई नोटबंदी के बाद अब देश के कई हिस्सों में 2000 रुपए के नए नोटों की किल्लत देखने को मिल रही है, जिससे बैंक अधिकारी व ए.टी.एम. ऑप्रेटर भी हैरान व परेशान हैं। बताया जा रहा है कि 2000 रुपए के नए नोट की जमाखोरी तथा उसके अत्यधिक प्रयोग के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है। बैंकरों व ए.टी.एम. सर्विस प्रोवाइडरों का मानना है कि सर्कुलेशन में 2000 के नोटों की गिनती में भारी कमी देखी गई है।
हाल ही में केंद्रीय बैंक ने भारी मात्रा में 2000 के नए नोटों की सप्लाई की थी। स्टेट बैंक के अधिकारियों का भी कहना था कि फिलहाल उन्हें भारतीय स्टेट बैंक से 2000 की बजाय 500 के नए नोट अधिक प्राप्त हो रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि रिजर्व बैंक ने इन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से कहा है कि जल्द ही 2000 रुपए के नए नोटों की सप्लाई फिर से शुरू कर दी जाएगी। अब सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर 2000 के नए नोटों की इतनी किल्लत कई भागों में क्यों पैदा हो गई? इसके लिए 2 महत्वपूर्ण कारण बताए जा रहे हैं।
पहला कारण तो यह है कि 2000 का नोट होने के कारण इसका प्रयोग अधिक मात्रा में किया जा रहा है, क्योंकि इसकी तुलना में छोटे नोटों को संभालना कठिन होता है। दूसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने नोटबंदी के बाद अपने काले धन को सफेद किया था वे लोग अब 2000 रुपए की करंसी को जमा दोबारा करने में जुट गए हैं, इसलिए आने वाले दिनों में जमाखोरी का कार्य अगर जारी रहा तो फिर कई हिस्सों में इन नोटों की कमी देखने को मिल सकती है।