Edited By Updated: 03 Dec, 2016 03:34 PM
अच्छे दिनों की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवम्बर को रात्रि 8 बजे नोटबंदी का ऐलान कर दी लेकिन 25 दिन गुजरने के बावजूद भी लोगों को
भटिंडा (विजय): अच्छे दिनों की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवम्बर को रात्रि 8 बजे नोटबंदी का ऐलान कर दी लेकिन 25 दिन गुजरने के बावजूद भी लोगों को पाई-पाई के लिए जूझना पड़ रहा है। मोदी के नोटबंदी का ‘तिलसमी खजाना’ टूटने का नाम नहीं ले रहा है। 2-4 दिन की परेशानी बताकर केंद्र सरकार ने लोगों को खूब मूर्ख बनाया परन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है।
दे दिया जाता है ‘बाबा जी का ठुल्लू’
घंटों बैंकों की लाइनों में लगने के बावजूद भी बैंक की ओर से ‘बाबा जी का ठुल्लू’ दे दिया जाता है क्योंकि बैंकों में नोट ही नहीं रहते हैं। केंद्र सरकार ने दावा किया कि नोटों की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद लोग अपने पैसों के लिए धक्के खा रहे हैं और उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
बैंक कर्मियों की मनमानी
बैंक कर्मियों की मनमानी भी देखने को मिली, चहेतों को वे नोट दे देते हैं परन्तु जिसके पास कोई सिफारिश न हो उसे बाहर से ही सिक्योरिटी गार्ड भगा देते हैं। परसराम नगर, प्रताप नगर में ओ.बी.सी. बैंक की शाखा में पिछले एक सप्ताह से कैश ही खत्म है जबकि एस.बी.आई. ब्रांच में भी लोगों को करंसी न होने कारण बहाना लगाकर वापस लौटा दिया जाता है और ए.टी.एम. खाली पड़े हुए हैं। 2 लाख से अधिक आबादी वाले क्षेत्र में लोगों का गुस्सा फूटना तय था और उन्होंने जमकर बैंकों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।