Edited By Updated: 22 May, 2017 07:23 AM
दोआबा क्षेत्र जहां लगभग हर घर का कोई न कोई सदस्य विदेश में बसा हुआ है वहां पर आदमपुर जैसी जगह पर हवाई अड्डा बनना पूरे दोआबा क्षेत्र के लिए एक वरदान की तरह है। आदमपुर में एयरपोर्ट बनाने के लिए भूमि पूजन पंजाब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले
जालंधर (अमित) : दोआबा क्षेत्र जहां लगभग हर घर का कोई न कोई सदस्य विदेश में बसा हुआ है वहां पर आदमपुर जैसी जगह पर हवाई अड्डा बनना पूरे दोआबा क्षेत्र के लिए एक वरदान की तरह है। आदमपुर में एयरपोर्ट बनाने के लिए भूमि पूजन पंजाब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पिछले साल नवम्बर-दिसम्बर में हुआ था और इसके निर्माण के लिए लगभग 24 महीने का समय तय किया गया था, हालांकि प्रशासन और सिविल एविएशन का दावा था कि उक्त काम आधे समय यानी कि 12 महीने में ही निपटा लिया जाएगा। मगर जनवरी में कोड आफ कंडक्ट लगने की वजह से एयरपोर्ट का काम लगभग तीन महीने के लिए अटक गया था। मगर जिस प्रकार से जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की तरफ से एयरपोर्ट के काम में तेजी दिखाई जा रही है और इस बात का दावा किया जा रहा है कि 26 सितम्बर, 2017 से यहां से हर हाल में फ्लाइट आरंभ होने जा रही है, उससे इस क्षेत्र के लोगों में एक नई उम्मीद अवश्य जगी है, मगर फिलहाल एयरपोर्ट के काम की प्रगति और अलग-अलग विभागों के जिम्मे पड़े हुए बहुत से पैंङ्क्षडग कामों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आदमुपर एयरपोर्ट से तय समय पर ‘उड़ान’ शुरू करने की राह आसान नहीं दिखाई दे रही।
वैसे तो दोआबा क्षेत्र के अंदर आने वाले आदमपुर से अगर फ्लाइट सेवा शुरू होती है तो आसपास के हजारों लोगों को इसका सीधा लाभ पहुंचेगा मगर उड़ान योजना के तहत इसकी शुरूआत कितनी जल्दी हो पाती है यह कहना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि ग्राऊंड लैवल पर कोई काम शुरू न होने की वजह से सितम्बर महीने में आदमपुर से दिल्ली की फ्लाइट चलाना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। जमीनी स्तर पर तय समय पर काम को पूरा करने के लिए इससे संबंधित अलग-अलग विभागों के बीच बहुत अच्छा तालमेल होना अनिवार्य है और सारे संबंधित अधिकारियों को निजी स्तर पर इसमें दिलचस्पी लेते हुए काम को युद्धस्तर पर मुकम्मल करवाना होगा, अन्यथा जो डैडलाइन फिक्स की गई है उस समय तक पहली फ्लाइट का उड़ान भरना मुश्किल साबित हो सकता है। प्रशासन द्वारा फ्लाइट की तारीख घोषित करने से लोगों के दिलों की धड़कनें बढ़ गई हैं और सभी का ही सोचना है कि आखिर कब उड़ेगा देश का आम नागरिक? और कब उड़ेगा दोआबा?