Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Dec, 2017 09:46 AM
बॉर्डर राज्य पंजाब में सीमा पार से हो रही हैरोइन की तस्करी पर सख्ती से अंकुश लगाने में जुटी एस.टी.एफ. व राज्य पुलिस पिछले कुछ माह के भीतर विदेशी नागरिकों खासकर नाइजीरियन की तेजी से बढ़ती संलिप्तता देखकर हैरान है। भारत में वीजा लेकर रह रहे नाइजीरियन...
लुधियाना(पंकज): बॉर्डर राज्य पंजाब में सीमा पार से हो रही हैरोइन की तस्करी पर सख्ती से अंकुश लगाने में जुटी एस.टी.एफ. व राज्य पुलिस पिछले कुछ माह के भीतर विदेशी नागरिकों खासकर नाइजीरियन की तेजी से बढ़ती संलिप्तता देखकर हैरान है। भारत में वीजा लेकर रह रहे नाइजीरियन की मादक पदार्थों के अवैध धंधे में शामिल होने से खुफिया नैटवर्क को नामी तस्करों के साथ-साथ इनकी संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए दोहरी मेहनत करनी पड़ रही है।
पाकिस्तान बॉर्डर के साथ सटे पंजाब के गांवों के खेतों में हैरोइन तस्करों द्वारा मौका पाकर हैरोइन के पैकेट फैंकना आम बात हो चुकी है। कांग्रेस मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र द्वारा तेजतर्रार आई.पी.एस. अधिकारी हरप्रीत सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में एस.टी.एफ. का गठन करके मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त तस्करों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया था। पुलिस रिकार्ड में दर्ज कर कुख्यात तस्करों व उनके सहयोगियों पर शिकंजा कसने वाली एस.टी.एफ. व राज्य पुलिस एकाएक विदेशी नागरिकों खासकर नाइजीरियन की हैरोइन तस्करी के धंधे में संलिप्तता देखकर अधिक सतर्क हो गई है। पंजाब में सरगर्म तस्करों द्वारा एस.टी.एफ. व पुलिस की नजरों में धूल झोंक कर खुद तस्करी करने की जगह विदेशी नागरिकों को आगे रखने का पैंतरा खेला जा रहा है।
अधिकारी नाइजीरियन नागरिकों पर पूरा विश्वास होने पर ही उन पर हाथ डालने की नीति के तहत काम कर रहे हैं। पिछले दिनों जगरांव पुलिस द्वारा पहले तो 2 विदेशी नागरिकों को हैरोइन तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। बाद में बैकफुट पर आई पुलिस ने खुद ही दोनों को क्लीन चिट देते हुए अदालत से उन्हें बरी करवाया था। अमृतसर जेल में बंद विदेशी नागरिकों द्वारा जेल से हैरोइन तस्करी का धंधा चलाने की खबरें किसी से छिपी नहीं हैं।चंद दिन पहले 2 नाइजीरियन को हैरोइन की खेप संग गिरफ्तार करने वाले अधिकारी उनका नैटवर्क खंगालने में जुटे हुए हैं। गिरफ्तारी दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि बॉर्डर से आई हैरोइन की खेप पहले दिल्ली जाती है और फिर वहां उसमें मिकिं्सग करके वापस पंजाब लाई जाती है। पंजाब के तस्करों को दबोचने में लगी एस.टी.एफ. व पुलिस के लिए नए नाइजीरियन तस्करों पर आंख रखना किसी चुनौती से कम नहीं है।