Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 01:52 PM
क्षेत्र में नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.), पंजाब सरकार व सरकारी अमले के जारी आदेशों को ठेंगा दिखाकर खुलेआम दिन-दिहाड़े खेतों में पराली को आग लगाने का क्रम जारी है।
जारी घटनाक्रम के कारण किसी भी क्षण बड़ा अग्निकांड हो सकता है क्योंकि खेतों में...
फगवाड़ा (जलोटा): क्षेत्र में नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.), पंजाब सरकार व सरकारी अमले के जारी आदेशों को ठेंगा दिखाकर खुलेआम दिन-दिहाड़े खेतों में पराली को आग लगाने का क्रम जारी है।
जारी घटनाक्रम के कारण किसी भी क्षण बड़ा अग्निकांड हो सकता है क्योंकि खेतों में लगी आग की चिंगारियां आस-पास के क्षेत्रों में मौजूद गांवों के रिहायशी इलाकों को अपनी चपेट में ले सकती हैं।
इसके अतिरिक्त आग लगाने के कारण खेतों से उठ रहे गहरे धुएं के कारण लोगों, खासकर उन लोगों को भारी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है जो सांस की बीमारियों से ग्रसित हैं। जानकारों के अनुसार खेतों में आग लगाने से भूमि में मौजूद फसलों हेतु लाभदायक कीड़े भी नष्ट हो रहे हैं व भूमि की उपजाऊ शक्ति को भी क्षति पहुंच रही है लेकिन इतना सब होने के बावजूद फगवाड़ा में पुलिस ने ऐसे एक भी मामले में कोई पुलिस केस ऑन रिकार्ड दर्ज नहीं किया है। ऐसे में पंजाब सरकार व सरकारी अमले द्वारा जारी दिशा-निर्देश जनता के बीच मजाक बनकर रह गए हैं। यह मामला लोगों में भी भारी चर्चा का कें न्द्र बना हुआ है। क्या पंजाब सरकार व संबंधित सरकारी अधिकारी इस मुद्दे की ओर जनहित में ध्यान देंगे?