Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 09:49 AM
अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए अहम हो सकती है।
लुधियाना (विपन): अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए अहम हो सकती है। दरअसल, रेलवे प्रशासन यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं में बढ़ौतरी करते हुए अपने नियमों में कुछ बदलाव कर रहा है। साथ ही नई योजनाएं भी शुरू करने जा रहा है।
तत्काल टिकट आरक्षण नियम में बदलाव
इस समय तत्काल टिकट आरक्षित करवाने के लिए ट्रेन छूटने से दो दिन पहले ही टिकट आरक्षित करवाया जा सकता था लेकिन इस नियम में बदलाव करते हुए अब इसे एक दिन पहले भी आरक्षित करवाया जा सकेगा इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्री को आई.आर.सी.टी.सी.के मोबाइल एप पर लॉग इन करना होगा। इस सुविधा को ट्रायल के तौर पर गत दिवस कुछ ट्रेनों में शुरू किया जा चुका है तथा इस माह के अंत तक बाकी अन्य सभी प्रमुख ट्रेनों में यह सुविधा शुरू कर दिए जाने की प्रबल संभावना है।
टिकट आरक्षित करवाने वाले यात्री को लगानी होगी आई.डी.
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए टिकट आरक्षित करवाने वाले यात्रियों में से कम-से-कम एक यात्री को आधार कार्ड संख्या या अन्य पहचान पत्र की संख्या दर्ज करवानी होगी लेकिन उस टिकट पर यात्रा करने वाले अन्य सभी यात्रियों को सफर के दौरान अपने साथ असल पहचान पत्र रखना जरूरी होगा क्योंकि बिना असल पहचान पत्र के यात्रा करने पर रेलवे द्वारा यात्री को बिना टिकट समझ जुर्माना किए जाने का प्रावधान रखा गया है।
रेलवे देगा फिलहाल 13 प्रतिशत कोटा बाद में होगी बढ़ौतरी
सूत्र बताते हैं कि मोबाइल एप पर मिलने वाली इस सुविधा के लिए ट्रायल के दौरान तत्काल टिकट आरक्षण कोटे की 13 प्रतिशत सीटें आरक्षित रखी गई हैं और इस योजना के सफल रहने पर इसमें बढ़ौतरी करते हुए 20 प्रतिशत तक किया जा सकता है।
यात्रा के दौरान यात्री रेलवे प्रशासन को बता पाएंगे परेशानी
रेलवे द्वारा शुरू की गई इस नई सुविधा के दौरान अब अगर किसी को भी यात्रा के दौरान ट्रेन में या किसी स्टेशन पर कोई समस्या आती है या उसे किसी प्रकार की कोई भी शिकायत है तो वह तुरंत यात्रा के दौरान ही रेलवे द्वारा जारी फोन नं. 8121281212 पर मैसेज कर अपनी समस्या बता सकता है और उसे रेलवे प्रशासन वापस उसके नं. पर संदेश भेज उसकी शिकायत की संख्या और उस पर हुई कार्रवाई की सारी जानकारी उपलब्ध करवाएगा। इस नं. पर यात्रियों द्वारा दी जाने वाली शिकायतों व सुझावों पर रेलवे मुख्यालय के उच्च स्तर के अधिकारी भी अपनी पूरी नजर रखेंगे।