Edited By Updated: 24 May, 2017 02:56 PM
भाजपा नीत केन्द्र की एन.डी.ए. सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद आए दिन यात्रियों की सुविधा के लिए कोई न कोई घोषणा की जाती है लेकिन नई
लुधियाना (विपन): भाजपा नीत केन्द्र की एन.डी.ए. सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद आए दिन यात्रियों की सुविधा के लिए कोई न कोई घोषणा की जाती है लेकिन नई नई योजनाओं की झड़ी लगाने वाले रेलमंत्री सुरेश प्रभु यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए यात्री किरायों में बढ़ौतरी करने या टिकटों पर सुरक्षा कर लगा सकते हैं।
रेल मंत्रालय द्वारा पिछले 3 वर्षों में रेलवे में सुधार लाकर यात्रियों को उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आए दिन बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड ट्रेन, फ्रेट कारीडोर, यात्री सुरक्षा के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने, रेलवे स्टेशनों को विदेशी स्टेशनों जैसा अति-आधुनिक साजो-सामान से लैस कर मॉडल स्टेशन बनाने, लग्जरी डिब्बों से लैस नई ट्रेनें चलाने, पुराने कांटे सिस्टम को बदल आधुनिक सिगनल प्रणाली स्थापित करने सहित कई अन्य योजनाएं शुरू की गई हैं। उक्त योजनाओं को पूरा करने के लिए धन एकत्र करने के लिए इस बार रेलवे मंत्रालय द्वारा अधिकारियों के साथ की गई बैठक में यात्री किराए बढ़ाने संबंधी किए गए विचार-विमर्श पर अगर अमल कर फैसला लिया जाता है तो यह वाकई यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ाने वाला एक कड़ा कदम होगा।
रेलवे को सुरक्षा एवं संरक्षा कोष के लिए फंड एकत्र करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय रोड फंड व वित्त मंत्रालय से 15 हजार करोड़ रुपए रेलवे को देने हैं व बाकी के 5000 करोड़ रुपए अपने संसाधनों से एकत्र करने की जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन को दी गई है, जोकि रेलवे के लिए एक नाको चने चबाने जैसा कठिन कार्य है और इसे पूरा करने के लिए रेलवे किसी भी समय टिकट किरायों को बढ़ा यात्रिओं की जेब पर बोझ डाल उन्हें धीरे से एक जोर का झटका दे सकता है।