Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 04:59 AM
नया साल वैसे तो दुनिया के हर मनुष्य के लिए खुशियों का संयोग होता है, ऐसा ही संयोग फरीदकोट की बाल जेल में बंद ए...
फरीदकोटः नया साल वैसे तो दुनिया के हर मनुष्य के लिए खुशियों का संयोग होता है, ऐसा ही संयोग फरीदकोट की बाल जेल में बंद एक पाकिस्तानी कैदी के साथ हुआ। करीब 7 महीने पहले पंजाब के जिला फिरोजपुर के नजदीक भारत-पाकिस्तान के हुसैनीवाला बार्डर से मिले 12 वर्षीय हसन्यान पुत्र जावेद इकबाल नाम के बच्चे के लिए नया साल खुशियां लेकर आया जब केंद्र सरकार ने इस बच्चे की घर वापसी के आज ही आदेश दिए।
डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट राजीव पराशर और कोर्ट ने इस पाकिस्तानी बच्चे को फरीदकोट की बाल जेल से रवाना किया जो कि वाघा बार्डर के रास्ते अपने घर पहुंचा। जहां से उसे पाकिस्तानी प्रशासन द्वारा उसके परिवार के हवाले किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस बच्चे की पहचान के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी बाकायदा ट्वीट किया था। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट राजीव पराशर ने बताया है हसन्यान पुत्र जावेद नाम का बच्चा करीब 6/7 महीने पहले हुसैनीवाला बार्डर से मिला था जिस को फरीदकोट की बाल जेल में लाया गया था बच्चा ना तो सुन सकता है ना बोल जिस कारण यह अपनी पहचान नहीं बता सकता था। मीडिया और सोशल मीडिया में फोटो वायरल होने उपरांत इस बच्चे के मां-बाप ने इसको पहचान लिया जो पाकिस्तान के लाहौर के निवासी हैं।