Edited By Updated: 27 Mar, 2017 01:45 AM
पंजाब में पिछली अकाली-भाजपा सरकार की तरफ से विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले....
फतेहगढ़ साहिब(बख्शी): पंजाब में पिछली अकाली-भाजपा सरकार की तरफ से विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले पुलिस में नौजवानों की भर्ती की गई थी, उनकी कागजी कार्रवाई तेज न होने के चलते पिछले 4 माह से उनको वेतन से वंचित होना पड़ा जिस कारण उन्हें और उनके परिवारों को आर्थिक परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। बताया जाता है कि पंजाब पुलिस के पास इन कर्मचारियों को वेतन देने के लिए फंड मौजूद हैं और पंजाब पुलिस विभाग द्वारा करोड़ों में बचा हुआ फंड खर्च न होने के चलते पंजाब सरकार को वापस भेज दिया गया है।
पंजाब सरकार की तरफ से पुलिस में इन नौजवानों की भर्ती करने के उपरांत इनको वेतन जारी करने से पहले इनके परमानैंट रिटायरमैंट अकाऊंट नंबर लेना जरूरी था जो आधार कार्ड के साथ संबंधित विभाग को दे दिए गए हैं। इन कागजों के आधार पर पी.आर.ए.एन. नंबर लेने के लिए विभाग में कम कर्मचारी होने के कारण कागजी कार्रवाई तेज रफ्तार के साथ नहीं चल सकी जिस कारण नई भर्ती वाले नौजवानों को वेतन से वंचित होना पड़ा।
नई भर्ती वाले नौजवानों के पी.आर.ए.एन. नंबर आने शुरू हो गए हैं जिससे जल्द ही वेतन जारी हो जाने की संभावना है। यदि पंजाब सरकार की तरफ से कागजी कार्रवाई करने वाले कर्मचारियों की संख्या न बढ़ाई गई तो नई भर्ती वाले नौजवानों सहित लगभग 252 क्लास फोर कर्मचारियों को भी वेतन से लंबे समय वंचित रहना पड़ सकता है। पंजाब पुलिस में सेवक और अन्य कार्य करने वाले अस्थायी क्लास फोर कर्मचारियों को स्थायी करने की कार्रवाई हो चुकी है। इन कर्मचारियों के पास पैन नंबर न होने के कारण इनको भी पी.आर.ए.एन. नंबर लेने में देरी हो रही है जिस कारण ये कर्मी भी वेतन से वंचित हैं।