Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 02:28 PM
12वीं सदी के प्रमुख सूफी संत बाबा शेख फरीद जी का आगमन पर्व सितम्बर महीने में पूरी श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाना है परन्तु इस बार लगता है कि यह धूमधाम की जगह धूल-धक्कों के साथ मनाया जाएगा। सीवरेज डाल रही कंपनी की
फरीदकोट(हाली): 12वीं सदी के प्रमुख सूफी संत बाबा शेख फरीद जी का आगमन पर्व सितम्बर महीने में पूरी श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाना है परन्तु इस बार लगता है कि यह धूमधाम की जगह धूल-धक्कों के साथ मनाया जाएगा। सीवरेज डाल रही कंपनी की धीमी रफ्तार के कारण शहर की ज्यादातर सड़कें उखाड़ी पड़ी हैं, जिस कारण सड़कों से उड़ती धूल से लोग बेहाल हैं। जानकारी के अनुसार फरीदकोट शहर में लोगों की सुविधा के लिए 120 करोड़ रुपए खर्च कर सीवरेज डाला जा रहा है।
सीवरेज के कारण हरिन्द्रा नगर, न्यू हरिन्द्रा नगर, कम्मेआना गेट, संजय नगर, बाजीगर बस्ती, पुरानी छावनी रोड, नई छावनी रोड और बस स्टैंड के नजदीक समेत कुछ अन्य हिस्सों में सड़कें खोदकर सीवरेज डाल दिया गया है या डाला जा रहा है परन्तु जहां काम मुकम्मल हो चुका है, वहां नियमानुसार अभी तक सड़कें नहीं बनाई गईं, जबकि कई स्थानों पर काम मुकम्मल हुए 6 महीने गुजर चुके हैं। कम्मेआना गेट और नई पुरानी छावनी रोड, जहां सीवरेज का काम फिलहाल मुकम्मल कर लिया गया है परन्तु इन सड़कों को चालू करने की बजाय उसी तरह छोड़ा हुआ है, जिस कारण इन सड़क ों से जब भी कोई वाहन गुजरता है तो सारा रास्ता धूल के साथ भर जाता है।
कैसे होती हैं आगमन पर्व की तैयारियां
बाबा शेख फरीद जी के आगमन पर्व को लेकर शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। मुख्य सड़कें नई बनाकर इन पर झंडियां लगाई जाती हैं और चौकों को भी सजाया जाता है। रात के समय आगमन पर्व दौरान लडिय़ां लगाई जाती हैं और सारा शहर जगमगा उठता है।
शहर के सभी एकतरफा रास्तों के डिवाइडरों का रंग-रोगन कर उनको चमकाया जाता है। 19 से 23 सितम्बर तक लगने वाले इस आगमन पर्व मेले को लेकर सितम्बर महीने में सजाना शुरू कर दिया जाता है। सितम्बर महीना शुरू होने में सिर्फ 10 दिन बचे हैं और शहर की स्थिति यह है कि इसकी कई सड़कें अभी भी 10-10 फुट गहरी उखाड़ी हुई हैं, जिस कारण आगमन पर्व की सजावट को धब्बा लगने की संभावनाएं साफ दिखाई दे रही हैं।
क्या कहते हैं लोग
बाबा शेख फरीद जी का आगमन पर्व हर साल मानने वाले लाजविन्द्र सिंह लॉजी और गुरतेज सिंह गिल ने कहा कि बाबा शेख फरीद जी के आगमन पर्व से संबंधित प्रोग्राम टिल्ला बाबा फरीद, नेहरू स्टेडियम, बरजिन्द्रा कालेज, बलबीर हाई स्कूल, दरबार गंज, रैस्ट हाऊस, अमर आश्रम और गुरुद्वारा गोदड़ी साहिब में होते हैं, जिस कारण इन रास्तों को पूरी तरह सजाया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस बार सीवरेज डालने वाली कंपनी इस काम में रुकावट बन रही है क्योंकि उन्होंने इन स्थानों पर जाने वाले बहुत-से रास्तों को खोद रखा है, जो चल रहे हैं उन पर सड़क निर्माण का काम मुकम्मल नहीं किया गया। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि तुरंत शहर की सुंदरता की तरफ आगमन पर्व को देखते हुए ध्यान दिया जाए।