Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 09:23 AM
रोजगार के लिए धोखे से मलेशिया की बजाय एजैंटों द्वारा सऊदी अरब पहुंचा दी गई रीना रानी शेखों के घर में 3 महीने की कैद जैसी जिंदगी काटने के बाद आज अपने गांव रतनाना (गढ़ी फतेह खां) पहुंची। दिल्ली एयरपोर्ट से कार द्वारा गांव में पहुंचते ही अपनी मां से...
नवांशहर (त्रिपाठी): रोजगार के लिए धोखे से मलेशिया की बजाय एजैंटों द्वारा सऊदी अरब पहुंचा दी गई रीना रानी शेखों के घर में 3 महीने की कैद जैसी जिंदगी काटने के बाद आज अपने गांव रतनाना (गढ़ी फतेह खां) पहुंची। दिल्ली एयरपोर्ट से कार द्वारा गांव में पहुंचते ही अपनी मां से लिपटी रीना ने कहा, ‘‘धीयां नूं मापे कदे भी शेखां दे मुल्क न भेजण। शेखां ने उसदी जो हालत कीती है, उसनूं अपने मुंहों बयान नहीं कर सकदी। उसने सरकार से अपील की कि वह सऊदी अरब में धोखे से पहुंचा दी गई अन्य लड़कियों को भी वहां से स्वदेश लाकर उन पर भी उपकार करे।
अपने नए कपड़े भी छोड़ आई शेखों के घर
प्लस टू तक शिक्षित 22 वर्षीय रीना रानी अपने घर की आॢथक हालत सुधारने के लिए अपनी मां के साथ मलेशिया जाना चाहती थी परन्तु दिल्ली के होटल में ही एजैंटों ने उसे उसकी मां से अलग कर दिया व उसकी मां की तरह उसे भी सऊदी अरब पहुंचा दिया। वर्णनीय है कि 4 नवम्बर को रीना की मां गुरबख्श कौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा पंजाब सरकार के प्रयासों के बाद वापस वतन लौट पाई थी। रीना ने कहा कि सऊदी अरब में पैसे तो क्या कमाने थे जो नए सूट घर से सिलवाकर ले गई थी वे भी वापस नहीं लाने दिए गए।
शेखों के बच्चों को बहलाकर मोबाइल पर भेजी लोकेशन
रीना ने कहा कि दिल्ली से उसे हवाई जहाज पर चढ़ाने तथा उतरने तक मालूम नहीं था कि उसे कहां भेजा जा रहा है। एयरपोर्ट पर उतरकर उसे पता चला कि वह सऊदी अरब पहुंचा दी गई है। एक दिन एयरपोर्ट के नजदीक ही बंद रखने के बाद किसी अज्ञात स्थान पर उसे शेखों के एक परिवार में पहुंचा दिया गया, जहां परिवार में बच्चों व पुरुष-महिलाओं सहित करीब 14-15 लोग थे। करीब अढ़ाई महीने तक उसे जब फोन तक नहीं करने दिया तो उसने शेखों के बच्चों को बहला-फुसलाकर उनसे मोबाइल फोन हासिल करके अपने घर के मोबाइल नंबर पर अपनी व्यथा तथा लोकेशन को शेयर किया, जिसका पता चलते ही शेखों ने न केवल अपने बच्चों को डांटा बल्कि उसके सहित अपने घर से किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट होकर लोकेशन भी बदल दी।
काम में गलती होने पर होती थी लात-घूंसों से पिटाई
रीना ने बताया कि उसने सऊदी अरब में अपने 3 महीने नरक की भांति गुजारे हैं। सुबह 5-6 बजे उठने के बाद उससे घर की सफाई, कपड़े धोने, रसोई में खाना बनाने में सहायता सहित तमाम कार्य करवाए जाते थे। किसी काम में गलती रह जाने पर उसे थप्पड़ व लात-घंूसों से पीटा जाता था। रात 2 बजे तक कार्य करवाने के बाद ही वह सो पाती थी तथा 20 घंटे से अधिक काम करवाने के बावजूद उसे भरपेट खाना नहीं दिया जाता था।
विदेश मंत्रालय के दखल पर पुलिस ने करवाई वापसी
रीना रानी ने बताया कि उसके द्वारा व्हाट्सएप मैसेज भेजे जाने के करीब 15 दिन बाद पुलिस शेखों के घर में आई तथा उसने बताया कि भारत के विदेश मंत्रालय की शिकायत आई है जिसके चलते रीना को वापस भेजा जाए, परन्तु इसका शेखों पर असर नहीं हुआ। 2-3 बार पुलिस के दबाव डालने के बाद ही शेखों ने उसे पुलिस के हवाले किया, जहां से उसे 9 नवम्बर को दिल्ली के लिए रवाना किया गया।