Edited By Updated: 20 Dec, 2016 08:45 AM
कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर ऐसा सियासी चक्रव्यूह रचा है कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कै. अमरेंद्र सिंह इसमें फंस कर रह गए
नर्इ दिल्ली/जालंधरः कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर ऐसा सियासी चक्रव्यूह रचा है कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कै. अमरेंद्र सिंह इसमें फंस कर रह गए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू सीधे तौर पर कांग्रेस में शामिल भी नहीं हुए हैं लेकिन उनके अमृतसर से चुनाव लडऩे की चर्चा चलाकर पार्टी ने पंजाब में सत्ता का संतुलन कायम करने का दाव खेल दिया है। सिद्धू के चुनाव लडऩे की चर्चा ऐसे समय में शुरू हुई है जब कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने जा रही है। कांग्रेस द्वारा जारी की गई उम्मीदवारों की पहली सूची में कैप्टन समर्थक कई विधायकों को टिकट देकर पार्टी ने अपने साथ कर लिया है। इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में शामिल किए जाने के मामले को लेकर कै. अमरेंद्र सिंह और हाईकमान में गहरे मतभेद थे लेकिन इन मतभेदों के बावजूद कांग्रेस ने उनकी पत्नी को पार्टी में शामिल करवाया और नवजोत सिंह सिद्धू के पार्टी में शामिल होने अथवा चुनाव लड़ाने या न लड़वाने का विकल्प खुला रखा।
सिद्धू को ट्रंप कार्ड के रूप में कर सकता है इस्तेमाल
उम्मीदवारों की घोषणा से पहले कांग्रेस को कै. अमरेंद्र सिंह के धड़े द्वारा बगावत की आशंका थी लेकिन टिकटें जारी होने के बाद यह आशंका अब नहीं रही है। लिहाजा नवजोत सिंह सिद्धू को अमृतसर से मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। कांग्रेस हाईकमान भी पंजाब में चुनाव जीतने के बाद कै.अमरेंद्र सिंह के हाथ में पूरी शक्ति नहीं रखना चाहता तथा इसीलिए नवजोत सिंह सिद्धू को असैंबली चुनाव में उतारने के प्रयास शुरू हुए हैं। हाईकमान सिद्धू को ट्रंप कार्ड के रूप में इस्तेमाल कर सकता है। अगर सिद्धू असैंबली चुनाव लड़ते हैं तो जीत के बाद सरकार बनने की स्थिति में उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद देकर कैप्टन के बराबर खड़ा किया जा सकता है। यह भी सुनने में आया है कि नवजोत सिद्धू खुद भी इस समय असैंबली चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं।
सिद्धू जोशी के मुकाबले लड़ना चाहते हैं चुनाव
इसी कारण उन्होंने अभी तक अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की हां कांग्रेस को नहीं की है। चर्चा यह भी है कि सिद्धू अमृतसर में भाजपा नेता अनिल जोशी के मुकाबले चुनाव लड़ना चाहते हैं। अगर सिद्धू असैंबली चुनाव लड़ते हैं तो डा. नवजोत कौर को लोकसभा चुनाव भी लड़वाया जा सकता है। असली सियासी तस्वीर तो कांगे्रसी टिकटों के बंटवारे के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। क्योंकि स्थिति अभी तक पूरी तरह उलझी हुई है।
चुनाव की घोषणा के इंतजार में सिद्धू
इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में सक्रिय होने के लिए चुनाव की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। चुनाव की घोषणा होते ही वह मैदान में उतर जाएंगे। माना जा रहा है कि वह अपनी पत्नी की जगह अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट से मैदान में उतर सकते हैं। उनके नाम पर सहमति बनाने के लिए कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के साथ भी बातचीत की जा रही है।