Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 01:20 PM
कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू का आज विधायक परगट सिंह के नाम का पैंतरा फैंकना मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद पाने की आस लगाए जालंधर के विधायकों के अरमानों पर पानी फेर सकता है। यहां पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने अपने पुराने साथी व कैंट से विधायक...
जालंधर(चोपड़ा): कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू का आज विधायक परगट सिंह के नाम का पैंतरा फैंकना मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद पाने की आस लगाए जालंधर के विधायकों के अरमानों पर पानी फेर सकता है। यहां पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने अपने पुराने साथी व कैंट से विधायक परगट सिंह को खेल मंत्री का सही हकदार कह डाला। हालांकि सिद्धू ने स्पष्ट किया कि वह परगट के नाम की सिफारिश तो करेंगे परंतु इस पर फैसला ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रधान राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने करना है।
सिद्धू का कहना था कि पंजाब के 70 प्रतिशत नौजवान खिलाड़ी बनना चाहते हैं परंतु प्रदेश में खिलाडिय़ों को मिल रही सुविधाओं का निरंतर गिरता स्तर अत्यंत चिंताजनक है। ऐसे हालात में परगट एक बेहतर खेल मंत्री साबित हो सकते हैं। सिद्धू ने परगट की तारीफ करते हुए उन्हें अपना हीरो तक कह डाला। उन्होंने कहा कि वह तो ओपनिंग बैट्समैन थे, लेकिन परगट तो ऑल-इन-वन हैं। वह जहां डिफैंड करते थे वहीं आगे बढ़कर गोल भी कर देते थे, परंतु सिद्धू के ऐसे कथन दोआबा खासतौर पर जालंधर के विधायकों को शायद रास नहीं आएंगे।उल्लेखनीय है कि खनन मामले में राणा गुरजीत की मंत्रिमंडल से छुट्टी हो जाने के बाद दोआबा क्षेत्र मंत्री विहीन हो गया है। जालंधर की बात करें तो विधायक सुशील रिंकू, राजिन्द्र बेरी, जूनियर अवतार हैनरी, चौधरी सुरिन्द्र सिंह पहली बार जीत हासिल करके विधानसभा पहुंचे हैं जबकि परगट सिंह दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।
पहली बार वह कैंट हलके से ही अकाली दल की टिकट से चुनाव जीते थे परंतु 2017 के विधानसभा चुनावों से ऐन पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। चूंकि मंत्रिमंडल का विस्तार पिछले कई महीनों से लटकता आ रहा है और जालंधर के सभी विधायक अपने-अपने जाति समीकरण बिठाकर मंत्री पद पाने के लिए लगातार गोटियां बिछाए हुए हैं। सभी विधायक अपनी मंत्री पद की दावेदारी को हाईकमान व जनता के समक्ष मजबूती से रखते आ रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि कै. अमरेन्द्र जालंधर से एक विधायक को अवश्य अपनी टीम में स्थान देंगे। अब सिद्धू द्वारा परगट का नाम खुलकर लेने के बाद मंत्री पद की दौड़ और भी तेज हो जाएगी। वहीं मंत्री पद को लेकर पर्दे के पीछे लड़ी जा रही लड़ाई व कांग्रेस में धड़ेबंदी भी खुलकर सामने आने की संभावना बन गई है। अब देखना होगा कि सिद्धू द्वारा परगट के भविष्य पर की कमैंट्री आने वाले दिनों में कितनी सच होती है।