Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 10:22 PM
हलके दीनानगर के ऐतिहासिक केशोपुर -मियानी संभ का आज कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने दौरा किया । दौरे उपरांत पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के इतिहास का आज सुनहरी दिन है कि पहली बार बर्ड फेस्टिवल मनाया गया है।
दीनानगर(दीपक) : पंजाब के गुरदासपुर जिले में केशोपुर वैटलेंड प्रवासियों मेहमान पक्षियों का पसंदीदा स्थान बना हुआ है जहां हर साल करीब 25 से तीस हजार मेहमान पक्षी हजारों किलोमीटर का सफर तय करके आते हैं। यह जानकारी पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज दी। उन्होंने कहा कि केशोपुर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पहली बार पक्षी मेला लगाया गया है। पंजाब प्रवासी पक्षियों के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बन गया है। केशोपुर छंभ में हर साल 25-30 हजार और वेटलैंड हरीकेपत्तन में 70 हजार से अधिक प्रवासी पक्षी आते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य वैटलैंड की अपेक्षा पंजाब में ज्यादा प्रवासी पक्षी आते हैं।
पयर्टन के लिए राज्य में अपार संभावनाएं हैं जिनको अब तक विकसित करने पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उनकी यही कोशिश है कि पर्यटन के लिए असीम संभावनाओं का पता लगाकर उन इलाकों को विकसित किया जाये। सिद्धू ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक, धार्मिक, विरासती सैलानियों के लिए सर्किट बनाये जा रहे हैं तथा प्रकृति और पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करने के लिए ‘वैटलैंड सर्किट बनाया जाएगा ताकि सभी जलगाहों (वेटलैंड) को सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनाया जा सके। इन सर्किट से टूर ऑपरेटरों और सैलानियों को जोड़ा जाएगा जिससे राज्य के भीतर जलगाहें सैलानी केंद्र के तौर पर विकसित किए जा सकें। इन जलगाहों पर सैलानियों के लिए हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाएंगी।
उन्होंने अगले साल जलगाहों पर विश्व फोटोग्राफी मुकाबला करवाने का ऐलान किया, जिसके लिए डिस्कवरी, नेशनल जौगरफिक, एनिमल प्लैनेट आदि प्रमुख चैनलों के चोटी के जंगली जीव फोटोग्राफरों को न्योता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केशोपुर छंभ में जंगली जीव फोटोग्राफरों और पक्षी प्रेमी सैलानियों के लिए पर्यावरण के अनुसार (ईकौ फ्रेंडली) टावर लगाए जाएंगे जिसके साथ पक्षियों को कोई नुकसान नहीं होगा और प्रवासी पक्षियों की फोटोग्राफी भी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की जलगाहों को पर्यटन के नक्शे पर लाया जाएगा। अगले साल तक सैलानियों के ठहरने के लिए अस्थाई टैंटों की रिहायश का प्रबंध किया जाएगा जिससे पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर जाने वाले सैलानियों के लिए इन जलगाहों को ठहरने लायक बनाया जाएगा।
उन्होंने आज केशोपुर छंभ में सैलानियों की सहायता के लिए पांच करोड़ रुपए की लागत के बने व्याख्या केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह केंद्र सैलानियों को हर प्रकार की जानकारी मुहैया करवाएगा जिससे पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने गुरदासपुर केशोपुर छंभ को जाने वाली सड़क के लिए तीन करोड़ रुपए देने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर के बाद पंजाब दूसरा ऐसा राज्य है जिसने सांस्कृतिक नीति बनाई है और अब पर्यटन नीति बनाई जा रही है। आने वाली पीढ़ी को पंजाब की समृद्ध सम्याचार और विरासत से जोडऩे की कोशिश की जाएगी।