Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 11:41 AM
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश शर्मा ने कहा कि आज सायं तक 68 वार्डों की वोटर सूचियां ही उपायुक्त विकास के कार्यालय से प्राप्त हुई हैं। अभी इन वोटर सूचियों को वार्डों में कार्यकत्र्ताओं द्वारा जांचा जाना है। 68 वार्डों की जो सूचियां प्राप्त...
जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश शर्मा ने कहा कि आज सायं तक 68 वार्डों की वोटर सूचियां ही उपायुक्त विकास के कार्यालय से प्राप्त हुई हैं। अभी इन वोटर सूचियों को वार्डों में कार्यकत्र्ताओं द्वारा जांचा जाना है। 68 वार्डों की जो सूचियां प्राप्त हुई हैं को सामने रखकर ध्यान दिया जाए तो वार्ड नंबर 3, 7, 8 में मात्र 2-2 बूथ, वार्ड नंबर 15, 16, 48 में 3-3 बूथ, वार्ड नंबर 2, 4, 43, 58, 62, 75 में 4-4 बूथ, 11 वार्डों में 5-5, 21 वार्डों में 6-6, 6 वार्डों में 7-7, 9 वार्डों में 8-8, 3 वार्डों में 9-9, 2 वार्डों में 10-10, 1 वार्ड में 11 और 2 वार्डों में 12-12 बूथ हैं।
यदि बूथ अनुसार वोटों की गिनती देखी जाए तो वार्ड नंबर 12 के बूथ नंबर 6 में वोट मात्र 129, वार्ड नंबर 8 के बूथ नंबर 7 में 443 वोट, वार्ड नंबर 33 के बूथ नंबर 7 में 2168 वोट, वार्ड नंबर 49 के बूथ नंबर 1 में 2506 वोट, वार्ड नंबर 49 के बूथ नंबर 2 में 2178 वोट, वार्ड नंबर 49 के बूथ नंबर 3 में 2474 वोट, वार्ड नंबर 49 के बूथ नंबर 4 में 2460 वोट, वार्ड नंबर 61 के बूथ नंबर 6 में 2335 वोट हैं। इन सभी को देखने के बाद ऐसा लगता है कि शहरी निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का महकमा या अन्य विभाग जो इस कार्य में लगे हैं उनकी कार्यशैली ठीक नहीं है और विभाग के प्रति उनकी नासमझी के कारण ही वार्डबंदी बेसिर-पैर की है। वार्डबंदी बनाने में वार्डों की जनसंख्या और वोटों के अनुपात में लगभग सभी वार्डों में 20 प्रतिशत से अधिक भिन्नता नहीं होनी चाहिए। यहां कम वोटें 129 और अधिक वोटें 2506 हैं। इसके अतिरिक्त अधिकतर वार्डों में जिन वोटरों की वोटें होनी चाहिएं वे पूरे के पूरे मोहल्ले गायब हैं और जो मोहल्ले नक्शे मुताबिक उन वार्डों में नहीं होने चाहिए उन मोहल्लों के वोटरों के नाम सूची में दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का जल्दबाजी में लिया जा रहा चुनाव कराने का निर्णय सरकार द्वारा जनता को दी जाने वाली सुविधा के खिलाफ है और सरकार की नीयत पर भी प्रश्नचिह्न लगाता है। यह सर्वविदित है कि आज शाम तक पूरे 80 वार्डों की सूचियां भाजपा को नहीं दी गईं, जनता के लिए प्रकाशन तो दूर की बात है। अधिकारियों को भी सरकार से डरते हुए मजबूरन झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है कि सूचियां प्रदान की चुकी हैं। उन्होंने कहा कि क्या कोई शहरवासी कह सकता है कि उसने यह सूचियां खुद देखी हैं या उसने कहीं प्रकाशित होने के बारे में सुना भी है। कांग्रेसी नेता कल से झूठ का सहारा लेते हुए कैप्टन अमरिंद्र सिंह की 2022 की सरकार के दावे कर रहे हैं। कांग्रेस के नेता जनता को जवाब दें कि क्या सच में यह सूचियां जनता के लिए प्रकाशित की गई हैं। एतराज करने का कल आखिरी दिन है। कल तक जब पूरी सूचियां प्रकाशित नहीं हुईं तो जनता से एतराज मांगना अन्यायपूर्ण होगा।