Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 08:48 AM
स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट कार्यालय के करोड़ों के घोटाले को लेकर स्थानीय पुलिस लाइन में प्रैस कांफ्रैंस करने पहुंचे स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से जब चिट्टे नशे के मुद्दे पर मजीठिया का नाम पुन: उछाले जाने पर कुछ सवाल-जवाब किए गए तो उन्होंने...
अमृतसर (महेन्द्र): स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट कार्यालय के करोड़ों के घोटाले को लेकर स्थानीय पुलिस लाइन में प्रैस कांफ्रैंस करने पहुंचे स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से जब चिट्टे नशे के मुद्दे पर मजीठिया का नाम पुन: उछाले जाने पर कुछ सवाल-जवाब किए गए तो उन्होंने कहा कि सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है।
सिद्धू को जब यह कहा गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चिट्टे नशे के मुद्दे पर पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया का नाम उछाला था तो उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ अदालत में मानहानि का केस दायर कर दिया था, लेकिन जिस तरह से अब वह (सिद्धू) भी चिट्टे नशे के मुद्दे पर बिक्रमजीत सिंह मजीठिया का नाम पुन: उछाल रहे हैं तो मजीठिया उन (सिद्धू) पर मानहानि का केस दायर करने की बात क्यों नहीं कर रहे हैं? आखिर इसके पीछे क्या कारण हैं? तो सिद्धू का बस यही जवाब था कि ‘सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है’।
उनके कहने का शायद यह अभिप्राय: था कि इस तरह के मामले दायर करने तो बहुत आसान होते हैं, लेकिन इसकी पैरवी करने का मसला हो या फिर सामना करने का मसला, यह इतना आसान नहीं है। सिद्धू चाहे इस मामले में कुछ भी कहें, लेकिन हकीकत यह भी है कि मजीठिया ने जब केजरीवाल के खिलाफ अदालत में मानहानि का केस दायर किया था, तो उस समय पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार थी। ऐसी स्थिति में उन्हें कहीं न कहीं सरकारी तंत्र का भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर सहयोग मिल रहा था, लेकिन यह समय की नजाकत है कि आज पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार की बजाए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की मजबूत सरकार है, जिसमें सिद्धू खुद स्थानीय निकाय मंत्री होने के नाते एक तरह से बहुत ही महत्वपूर्ण पद पर आसीन हैं।