Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Aug, 2017 09:35 AM
हलका वाइज विकास कार्यों में सिंगल टैंडरों की अलॉटमैंट के आरोप में सस्पैंड चल रहे 3 सुपरिंटैंडैंट इंजीनियरों को कोर्ट से राहत मिलने के बाद नगर
लुधियाना (हितेश): हलका वाइज विकास कार्यों में सिंगल टैंडरों की अलॉटमैंट के आरोप में सस्पैंड चल रहे 3 सुपरिंटैंडैंट इंजीनियरों को कोर्ट से राहत मिलने के बाद नगर निगम की बी. एंड आर. शाखा के अन्य मुलाजिम खासकर एक्सियनों ने भी राहत की सांस ली है। जो लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा किए जाने वाले एक्शन को लेकर खौफ में जी रहे थे। यहां बताना उचित होगा कि विकास कार्यों के एस्टीमेट से लेकर बिल बनाने का काम जे.ई., एस.डी.ओ., एक्सियन व एस.ई. द्वारा किया जाता है। जहां तक हलका वाइज विकास कार्यों का सवाल है, उनमें सिंगल टैंडर अलॉटमैंट के आरोप में सिद्धू ने पहले 4 सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर सस्पैंड किए और एफ. एंड सी.सी. या जनरल हाऊस की मंजूरी के बिना पैसा खर्च करने के आरोप में पूर्व कमिश्ररों तक को नहींं बख्शा।
हलका वाइज विकास कार्यों में यह हुई धांधली
गैर-जरूरी हुए काम
एस्टीमेटों में लगाए ओवर रेट
चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए टैंडरों में लगी शर्तें
कम लैस के टैंडरों पर अलॉटमैंट की सिफारिश
क्वालिटी कंट्रोल नियमों का नहीं हुआ पालन
विकास कार्यों के दौरान साइट पर नहीं रहे मौजूद
ठेकेदारों को दी मनमर्जी की निर्माण सामग्री प्रयुक्त करने की छूट
स्पैसीफिकेशन के मुताबिक काम होने का सर्टीफिकेट देकर बिल
जे.ई. से लेकर एस.ई. तक के अफसर हैं जिम्मेदार
नौकरी बचाने के लिए जुटाई हिम्मत
इस मामले को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा यह हो रही है कि सस्पैंड होने के काफी समय बाद क्यों सुपरिंटैंडैंट इंजीनियरों ने कोर्ट जाने का फैसला लिया। इससे जुड़ा एक पहलू यह भी है कि यह अफसर रिटायरमैंट के बाद एक्सटैंशन पर होने के कारण चार्जशीट जारी होते ही उन्होंने वैसे ही फारिग हो जाना था। इस कारण अफसरों ने सिद्धू के फैसले को चैलेंज करने की हिम्मत जुटाई।