Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2017 02:39 PM
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू किसानों को संकट से बाहर निकालने का फॉर्मूला लेकर आए हैं।
चंडीगढ़ः स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू किसानों को संकट से बाहर निकालने का फॉर्मूला लेकर आए हैं। बुधवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन पत्रकारों से बातचीत दौरान सिद्धू ने कहा कि सरकार किसानों का कर्ज माफ करने के लिए वचनबद्ध है। पर बाद में उनकी आर्थिकता को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है।
सिद्धू ने सुझाव दिया कि पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को मनरेगा के दायरे में लाया जाए। अपने खेत में खेती के लिए उन्हें मनरेगा के तहत मजदूरी दी जाए। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत के अनुपात में बढ़ाया जाए। अगर पिछले कुछ सालों में डीजल की कीमत तीन गुना बढ़ सकती है तो एमएसपी को क्यों नहीं बढ़ाया जा सकता। उन्होंने तीसरा सुझाव दिया कि कर्ज देने वाले के पास लाइसेंस होना चाहिए।
कर्ज की रकम चैक के जरिए दी जाए। इसके अलावा सिद्धू ने आखिरी सुझाव दिया कि सर छोटू राम का फॉर्मूला लागू किया जाना चाहिए। जिसके तहत किसी भी किसान से मूल रकम से दोगुना से ज्यादा वसूल नहीं किया जा सकता। मंत्री ने कहा कि उन्होंने वित्तमंत्री मनप्रीत बादल को सारे सुझाव दिए हैं। जल्द ही वह कर्ज माफी के संबंध में सी.एम. द्वारा गठित डॉ. टी हक की कमेटी को भी सुझाव देंगे। इनके लागू होने केसवाल पर सिद्धू ने कहा कि सरकार चाहे तो दो महीने में लागू हो सकते हैं।