Edited By Updated: 24 May, 2017 09:07 AM
कांग्रेसी की हवा देखकर पार्टी में शामिल हुए मौकाप्रस्त नेताओं को प्राथमिकता मिलने के खिलाफ सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए शुरू हुई कांग्रेसियों की लड़ाई का मुद्दा प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है।
अमृतसरः कांग्रेसी की हवा देखकर पार्टी में शामिल हुए मौकाप्रस्त नेताओं को प्राथमिकता मिलने के खिलाफ सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए शुरू हुई कांग्रेसियों की लड़ाई का मुद्दा प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है। हाल ही में दल-बदलुओं को दिए गए ओहदे रद करने की मांग की जा रही है।कांग्रेसियों का रोष है कि 10 साल तक विपक्ष में रहकर पार्टी की खातिर आवाज बुलंद करने वाले वर्करों को पूछने की बजाए मौकाप्रस्तों को ओहदे और तवज्जो दी जा रही है। गौरतलब है कि पार्टी वर्कर विधानसभा हलका ईस्ट, नार्थ और साउथ में दल-बदलुओं का ज्यादा दबदबा होने से खफा हैं।
जिला कांग्रेस शहरी प्रधान जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान विधायकों की सिफारिश पर बड़े स्तर पर नियुक्तियां की गईं थी। जिसमें हो सकता है कि किसी फ्रैशर को भी ओहदा दिया गया हो। बाकी जो कांग्रेस की विचारधारा पर खरा नहीं उतरता उसकी नियुक्ति रद्द भी की जा सकती है। पार्टी विधायक भी टकसाली वर्करों को पहल के आधार पर मान सम्मान दिए जाने का भरोसा दिला चुके हैं। बतौर प्रधान वह लंबे समय तक कांग्रेस के साथ काम करने वालों को उनका हक दिलाने के लिए पूरी लड़ाई लड़ेंगे। नए साथियों का पार्टी में स्वागत है, वह लगन और ईमानदारी के साथ पार्टी की सेवा करके कांग्रेस में अपनी पहचान बनाएं।
वहीं पूर्वविधायक डा. नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि चुनावों के दौरान सीनियर लीडरशिप प्रभावी नेताओं को अपनी-अपनी पार्टी में शामिल करती है। वह खुद भी भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई हैं। बाकी वह अपने विधानसभा हलके में सीनियर टकसाली कांग्रेसियों को इग्नोर नहीं होने देंगी, निगम चुनाव के दौरान टिकटों के लिए भी उन्हें पहल दी जाएगी। ईस्ट हलका में अच्छी छवि वालों को ही आगे लाया जाएगा। हर वार्ड में पापुलर नेता को ही मैरिट के आधार पर टिकट दी जाएगी।