Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 05:44 PM
पंचकूला में सुरक्षा एजैंसियों के सख्त रवैए अपनाने के बाद डेरा समर्थकों ने पैदल ही अपने घरों को प्रस्थान करना शुरू कर दिया।
मौड़ मंडी (प्रवीन): पंचकूला में सुरक्षा एजैंसियों के सख्त रवैए अपनाने के बाद डेरा समर्थकों ने पैदल ही अपने घरों को प्रस्थान करना शुरू कर दिया। जहां डेरा मुखी के फैसले के बाद डेरा प्रेमियों ने पंचकूला में सुरक्षा बलों की मौजूदगी मेंं प्राइवेट व सरकारी प्रॉपर्टी, सरकारी मशीनरी व मीडिया पर जबरदस्त हमले किए, वहीं आज पंचकूला से वापस अपने घरों को आ रहे डेरा प्रेमियों ने मानसा भटिंडा सड़क से गुजर रहे कवरेज कर रहे पत्रकारों पर दबाव डालने के उद्देश्य से कहना शुरू कर दिया कि अगर कोई बाबा जी के खिलाफ कुछ बोलेगा तो पूरे पंजाब की पंचकूला जैसी हालत कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमें एक बार घर पहुंचने दीजिए, उसके बाद हम सरकार को सबक सिखा देंगे परन्तु जब पत्रकारों ने डेरा प्रेमियों टोलियों में जा रहे कुछ ऐसे शरारती तत्वों की जानकारी डी.एस.पी. को दी तो उन्होंने एक्शन लेना तो दूर की बात, कोई शिनाख्त व जांच करनी भी जरूरी न समझी, बल्कि सिर्फ अपने इलाकों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से उन्होंने शरारती तत्वों को अपने क्षेत्र से बाहर निकालना ही ठीक समझा, जबकि पंजाब और हरियाणा सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन को सख्त हिदायत दी है कि पंचकूला में हुई हिंसक घटनाओं में शामिल शरारती तत्वों की शिनाख्त कर उनको सख्त सजाएं दी जाएं परन्तु डी.एस.पी. मौड़ द्वारा जानकारी मिलने पर भी ऐसे कई शरारती तत्वों की शिनाख्त न करना पुलिस प्रशासन की कारगुजारी पर प्रश्नचिन्ह लगाता है, जबकि पुलिस प्रशासन का कर्तव्य था कि अपना इलाका सुरक्षित करने के साथ-साथ पूरे पंजाब की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाए ताकि पुलिस प्रशासन ऐसे शरारती तत्व पंचकूला की तरह पंजाब का माहौल खराब न कर सकें।
इस दौरान कुछ डेरा समर्थकों ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि वे गत कई दिनों से पंचकूला गए थे परन्तु हुए शोर-शराबे के कारण पुलिस ने उनको वापस भगा दिया व हम लंबा सफर तय करके आए हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने घर पहुंचने के लिए बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस मामले संबंधी डी.एस.पी. मौड़ सुरिंद्र कुमार ने कहा कि हमें क्या लेना इनको आगे जाने दो, आप कोई अन्य मुसीबत न बनाओं, बाद में इनकी शिनाख्त होती रहेगी।