Edited By Updated: 03 Dec, 2016 11:16 AM
पंजाब में कई बार जेल ब्रेक के मामले सामने आए हैं, पर जेल विभाग गहरी नींद से जागने के मूड में नहीं है। गत दिवस नाभा जेल ब्रेक की बड़ी घटना होने के बावजूद मामला जैसे का तैसा ही है।
पटियाला/रखड़ा (राणा) : पंजाब में कई बार जेल ब्रेक के मामले सामने आए हैं, पर जेल विभाग गहरी नींद से जागने के मूड में नहीं है। गत दिवस नाभा जेल ब्रेक की बड़ी घटना होने के बावजूद मामला जैसे का तैसा ही है। जानकारी के अनुसार आज भी जेलों में खतरनाक कैदी बंद हैं।
इन कैदियों को भागने से रोकने वाले सुरक्षा कर्मी, होमगार्ड के जवान आर्मी द्वारा कंडम करार असले के साथ सुरक्षा ड्यूटी निभा रहे हैं, जिसको जेल विभाग सुरक्षा के तौर पर उत्तम समझता है पर यह पुराना और जंगाल लगा असला जरूरत के समय काम नहीं आ सकता। जेल के आसपास बने टावरों की जगह कम होने के कारण थ्री-नॉट-थ्री राइफल नहीं चल सकती।
जेल विभाग अभी भी विदेशों की जेलों के मुकाबले सुरक्षा के मामले में काफी पीछे है। जेल के टावरों पर ड्यूटी देने वाले ज्यादातर होमगार्ड अनट्रेंड हैं और 50 वर्ष की आयु पार कर चुके हैं। इन मुलाजिमों को रिटायरमैंट के समय कोई लाभ न मिलने और रिटायरमैंट आयु तय न होने के कारण ये अकेले और तनाव भरी हालत में ड्यूटी निभा रहे हैं। जेल टावरों पर कोई बाथरूम, पीने योग्य पानी आदि का योग्य प्रबंध भी नहीं है।
SIT के साथ 4 अफसरों को किया अटैच
नाभा जेल तोड़कर फरार हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने व नाभा जेल ब्रेक की गुत्थी सुलझाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (एस.आई.टी.) के साथ अब 4 और पुलिस अफसरों को अटैच किया गया है। एस.आई.टी. के सदस्य आई.जी. पटियाला जोन परमराज सिंह उमरानंगल ने अपराधियों तक पहुंचने के लिए एस.पी.डी. मोहाली जसकिरनजीत सिंह तेजा, डी.एस.पी. धूरी करणशेर सिंह, थाना सिटी संगरूर के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर जसविंद्र सिंह टिवाणा तथा जिला रूपनगर के इंस्पैक्टर शमिंद्र सिंह को एस.आई.टी. के साथ अटैच किया है।
इनमें जसकिरनजीत सिंह तेजा वह अधिकारी हैं जिन्होंने सिंथैटिक ड्रग रैकेट मामले के अलावा कई नामी गैंगस्टरों जिनमें भूरा, इससे पहले छिंदा और अन्य गैंगस्टरों को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई थी। एस.पी. तेजा के साथ इंस्पैक्टर शमिंद्र सिंह भी डिटैक्शन के काफी माहिर माने जाते हैं, उन्हें भी एस.आई.टी. के साथ अटैच किया गया है। लंबे समय तक थाना कोतवाली पटियाला के इंचार्ज रहे एस.एच.ओ. जसविंद्र सिंह टिवाणा पेचीदा मामले हल करने के माहिर हैं। डी.एस.पी. धूरी करणशेर सिंह काफी समय पटियाला, फतेहगढ़ साहिब और आसपास के एरिया में बतौर एस.एच.ओ. व डी.एस.पी. तैनात रहे हैं। अब ये अधिकारी नाभा जेल ब्रेक संबंधी बनाई गई एस.आई.टी. के साथ काम करेंगे।