Edited By Updated: 24 Jan, 2017 10:37 AM
जिले के नाभा जेल ब्रेक मामले में पंजाब की सी.आई.ए. टीम ने हरिद्वार और रुड़की में कई जगहों पर छापे मारे। यह जानकारी सामने आई है कि जेल ब्रेक होने के दौरान रानीपुर क्षेत्र से कई फोन कॉल हुए थे। इसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
पटियालाः जिले के नाभा जेल ब्रेक मामले में पंजाब की सी.आई.ए. टीम ने हरिद्वार और रुड़की में कई जगहों पर छापे मारे। यह जानकारी सामने आई है कि जेल ब्रेक होने के दौरान रानीपुर क्षेत्र से कई फोन कॉल हुए थे। इसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस टीम क्षेत्र में डेरा डाले हुए है। दिसंबर 2016 में पुलिस की वर्दी में आए हमलावरों ने नाभा जेल पर हमला कर खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट के मुखिया हरमिंदर सिंह मिंटू व अन्य आतंकियाें और गैंगस्टरों को छुड़ा लिया था। घटना के बाद खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट के आतंकवादी हरमिंदर मिंटू, कश्मीर सिंह, विक्की गोडंर, गुरप्रीत सिंह शेखों, नीता देओल समेत छह लोग फरार हो गए थे।
बाद में मिंटू को दिल्ली से गिरफ्तार किया था जबकि उसे छुड़ाने वाला परमजीत पेंदा को उत्तर प्रदेश के कैराना से पकड़ा गया था। जेल से फरार हुए और हमला कर उन्हें छुड़ाने वाले आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस की वर्दी में जेल ब्रेक करने वाले आरोपी नारसन के मोहम्मदपुर झाल में चार पुलिसकर्मियों की वर्दी फैंक कर फरार हो गए थे। जिसके बाद पंजाब की सी.आई.ए. की टीम ने रुड़की में डेरा डाल दिया था।
सूत्रों का कहना है कि नाभा जेल ब्रेक होने से पहले कुछ नंबरों से रानीपुर हरिद्वार क्षेत्र में बात की गई थी। पंजाब पुलिस की टीम ने हाल ही में कुछ संदिग्ध नंबरों को ट्रेस किया था। इन्हीं नंबरों को ट्रेस करने और लोकेशन के आधार पर कुछ लोगों पर शक की सुई टिकी है।
आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों का संबंध नाभा जेल ब्रेक करने वाले आरोपियों से है। सोमवार को पंजाब की सीआइए की टीम रुड़की पहुंची। बताया जाता है कि रुड़की में कई जगहों पर जांच करने के बाद टीम रानीपुर पहुंच गई। रानीपुर में कई जगहों पर छापेमारी की गई। सूत्रों ने बताया कि सी.आई.ए. की टीम एस.ओ.जी. के संपर्क में है।