Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 12:44 PM
9 महीने पहले ब्याही 20 वर्षीय नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की पहचान अनु के रूप में हुई है। उसके परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी की हत्या की गई है। मृतका के...
लुधियाना(महेश): 9 महीने पहले ब्याही 20 वर्षीय नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की पहचान अनु के रूप में हुई है। उसके परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी की हत्या की गई है। मृतका के सिर पर गहरी चोट पाई गई है। जोधेवाल पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज करके ससुरालियों की तलाश शुरू कर दी है। अनु टिब्बा रोड की करमसर कालोनी की रहने वाली थी। उसका विवाह 22 मार्च 2017 को इसी इलाके के रहने वाले रणजीत राणा के साथ हुआ था। जोकि एक डाइंग यूनिट में नौकरी करता है। अनु के साथ उसकी लव मैरिज थी। अनु एक प्राइवेट कंपनी में काम किया करती थी, लेकिन ससुरालियों के रवैये के कारण उसने 2 महीने पहले ही नौकरी छोड़ दी थी। ए.सी.पी. पवनजीत ने बताया कि मृतका की माता नीरू के बयान पर रणजीत, रणजीत की मां सर्बजीत कौर व रणजीत के पिता के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
पैसों की डिमांड को लेकर परेशान कर रहे थे ससुराली
मृतका की माता नीरू ने आरोप लगाते हुए कहा कि विवाह के 15 दिन बाद ही दहेज की डिमांड को लेकर ससुरालियों ने उसकी बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया था। 3 महीने पहले ही ससुरालियों की मांग पर उन्होंने एक्टिवा लेकर दी थी। पहले भी वह ससुरालियों की मांगें पूरी करती आ रही थी। एक महीने पहले दामाद ने बुलेट मोटरसाइकिल खरीदा था। जिसको लेकर ससुराली 20,000 रुपए की डिमांड कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने उसकी बेटी को शारीरिक व मानसिक तौर पर प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था, जबकि इससे पहले भी कई बार पंचायत ने उनका समझौता करवाया था। इसके बावजूद ससुराली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे।
मम्मी मुझे आकर ले जाओ नहीं तो यह लोग मुझे मार डालेंगे
नीरू ने बताया कि सुबह उसे उसकी बेटी का फोन आया था कि मम्मी मुझे आकर ले जाओ नहीं तो यह लोग मुझे मार डालेंगे। उसके ससुराली उससे मारपीट कर रहे हैं। दोपहर करीब & बजकर 50 मिनट पर उसे अनु की सास सर्बजीत कौर का फोन आया कि अनु के सिर में चोट लगी है। वह आ जाए। इस पर वह तुरंत अनु के ससुराल पहुंची तो पता चला कि वह उसे अस्पताल ले गए हैं। जब वह सी.एम.सी. पहुंची तो उसकी बेटी की मौत हो चुकी थी। डाक्टर ने जैसे ही उसे ब्रॉट डैड डिक्लेयर किया तो उसका दामाद रणजीत और सास सर्बजीत कौर अस्पताल में उसकी बेटी का शव छोड़कर भाग गए। इतना ही नहीं उसका दामाद अस्पताल में अपना मोटरसाइकिल भी छोड़ गया, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। नीरू का आरोप है कि ससुरालियों ने उसकी बेटी के सिर पर किसी चीज से वार करके उसे मौत के घाट उतारा है। वे जानबूझ कर छत से गिरने का बहाना बनाकर उसकी बेटी को छोटे अस्पतालों में लेकर घूमते रहे। अगर वे उसे बचाना चाहते तो सीधे सी.एम.सी. अस्पताल लेकर जा सकते थे। ससुराली उसे व पुलिस को गुमराह करने के लिए यह कह रहे हैं कि उनकी बेटी की छत से नीचे गिरने से मौत हुई है।
बहुत पहले अनु के सिर से उठ गया था पिता का साया
पड़ोस के लोगों ने बताया कि अनु के सिर से बहुत पहले ही उसके पिता का साया उठ गया था। नीरू ने कड़ी मेहनत करके अपनी दोनों बेटियों का पालन पोषण किया और उन्हें पढ़ाया लिखाया। उसकी बड़ी बेटी दिल्ली में ब्याही है। उन्होंने बताया कि अनु वह ही होनहार, शांत और मिलनसार स्वभाव की थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से उसका अपने ससुरालियों से विवाद चल रहा था।