Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Oct, 2017 12:51 PM
पिछले डेढ़ साल के दौरान पंजाब में 9 हाई-प्रोफाइल सम्प्रदाय कत्ल हो चुके हैं। इसमें 3 मर्डर लुधियाना के हैं जिसमें 14 जनवरी 2016 को श्री हिंदू तख्त के प्रचारक अमित शर्मा, 15 जून 2017 को ईसाई समुदाय के पास्टर सुल्तान मसीह और 17 अक्तूबर को आर.एस.एस. के...
लुधियाना(महेश): पिछले डेढ़ साल के दौरान पंजाब में 9 हाई-प्रोफाइल सम्प्रदाय कत्ल हो चुके हैं। इसमें 3 मर्डर लुधियाना के हैं जिसमें 14 जनवरी 2016 को श्री हिंदू तख्त के प्रचारक अमित शर्मा, 15 जून 2017 को ईसाई समुदाय के पास्टर सुल्तान मसीह और 17 अक्तूबर को आर.एस.एस. के शाखा प्रमुख शिक्षक रविंद्र गोसाईं का है। तीनों मामलों में पुलिस के हाथ अभी तक कुछ नहीं लगा है। इन सब घटनाओं के पीछे शहर में दहशत का माहौल बनता जा रहा है। आपराधिक संगठन हो या आतंकवादी निशाना एक समुदाय के लोगों को बनाया जा रहा है। इस कारण पुलिस प्रशासन से पहले सरकार की छवि भी प्रभावित हो रही है। इन सब घटनाओं में पुलिस एक बात मान कर चल रही है जो सब केसों में सामान्य है। तीनों हत्याएं मोटरसाइकिल सवार नकाबपोश 2 युवकों ने की। इसमें शॉट वैपन बहुत ही नजदीकी से इस्तेमाल किया गया।
अमित शर्मा को उस वक्त गोली मारी गई जब वह 14 जनवरी की शाम को दुर्गा माता मंदिर के नजदीक अपने दोस्त को मिलने आया। जैसे ही वह अपनी कार से नीचे उतरा मोटरसाइकिल सवार हत्यारों ने उस पर गोलियां दाग दीं। अमित पर 4 फायर किए गए। इस मामले को लेकर ङ्क्षहदू संगठनों में बहुत उबाल आया। कुछ ङ्क्षहदू संगठनों ने इसे आपसी रंजिश और ए.टी.एम. कांड से जोडऩे का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की, लेकिन आज तक उनके हाथ कुछ नहीं लगा। इस मामले में भी पुलिस के हाथ सी.सी.टी.वी. की फुटेज लगी। लेकिन अब तक हुए अन्य मामलों की तरह उसके हाथ कुछ नहीं लगा।
सुल्तान मसीह को उस वक्त गोली मारी गई जब वह अपने घर के बाहर फोन पर बात कर रहा था। बाइक पर 2 युवक आए और उन्हें नजदीक से गोली मार कर फरार हो गए। पादरी को 2 गोलियां मारी गईं। एक उसके सिर में लगी, जबकि हत्यारों ने तीसरा हवाई फायर किया।
मसीह का अपने समुदाय में काफी रूतबा था। इस मामले को सुलझाने के लिए स्पैशल टीम का गठन किया गया। पास्टर के नजदीकियों को जांच में शामिल किया और कई लोगों के मोबाइल खंगाले गए, जिसे लेकर ईसाई समुदाय में रोष व्याप्त हुआ और पास्टर के परिवार वालों ने इसके लिए बकायदा प्रैस कान्फ्रैंस करके रोष भी जताया। पहले तो पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला मानती रही, परंतु जब उसके हाथ कुछ न लगा तो मजबूर होकर अपनी जांच की दिशा बदलनी पड़ी। अब पुलिस इस मामले को दहशतगर्दों की दिशा में जांच में लगी हुई है, लेकिन अभी तक उसके हाथ कुछ नहीं लगा। पादरी मर्डर केस की जांच से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि केस को हल करने के लिए पुलिस अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। जबकि तीसरा मामला आर.एस.एस. कार्यकत्र्ता रविंद्र गोसाईं का है। जिन्हें आज बाइक सवार 2 बदमाशों ने उन्हें उनके घर के बाहर गोली मार दी। पुलिस का कहना है कि पादरी और गोसाईं केस में काफी समानताएं हैं। हत्यारों का डीलडोल काफी हद तक मेल खा रहा है। यए हत्याएं करके पंजाब में अशांति फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।इन तीनों मामलों को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं। जहां उसकी इज्जत दांव पर लग गई है वहीं लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास भी कम होता जा रहा है।