Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Sep, 2017 09:28 AM
अप्रैल 2017 में मनजीत सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह वासी धीरा घारा की हत्या की गुत्थी थाना आरफके की पुलिस ने सुलझा ली है।
फिरोजपुर/मल्लांवाला(कुमार, जसपाल): अप्रैल 2017 में मनजीत सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह वासी धीरा घारा की हत्या की गुत्थी थाना आरफके की पुलिस ने सुलझा ली है। मनजीत सिंह की हत्या के आरोप में कुलविन्द्र कौर व मनजीत सिंह के दोस्त गुरप्रीत सिंह, जिसके बाद में कुलविन्द्र कौर के साथ नाजायज संबंध हो गए थे, को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी देते हुए एस.एस.पी. फिरोजपुर भूपिन्द्र सिंह संधू ने बताया कि पुलिस थाना आरफके के एस.एच.ओ. मोहित धवन की तरफ से इस केस की जांच की गई। मनजीत सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह वासी धीरा घारा की करीब 3 साल पहले कुलविन्द्र कौर पत्नी अमरजीत सिंह निवासी टल्ली गुलाम से जान-पहचान हुई थी और इनके आपस में कथित रूप में नाजायज संबंध बन गए थे। मनजीत सिंह अपने घर कम जाता था और वह ज्यादा समय कुलविन्द्र कौर के पास ही बिताता था और नशा करता था। दिसम्बर 2016 में कुलविन्द्र कौर के नाजायज संबंध मनजीत सिंह के दोस्त गुरप्रीत सिंह के साथ हो गए। एस.एस.पी. फिरोजपुर ने बताया कि नशे का आदी होने के कारण मनजीत सिंह कुलविन्द्र सिंह के लड़के युवराज सिंह और ससुर करतार सिंह के साथ मारपीट करता था। पुलिस के अनुसार मनजीत सिंह की मारपीट व लड़ाई-झगड़े से तंग आकर कुलविन्द्र कौर ने अपने प्रेमी गुरप्रीत सिंह के साथ साजिश रचकर मनजीत की 28 अप्रैल 2017 को गला घोंटकर हत्या कर दी थी।
हत्या करने से पहले कुलविन्द्र कौर ने सब्जी में नशे की गोलियां मिलाकर खिला दी थीं। मनजीत सिंह की हत्या करने के बाद इस केस में नामजद कुलविन्द्र कौर, जगा सिंह, परविन्द्र सिंह, गुरप्रीत सिंह, तरसेम सिंह पुत्र टहल सिंह और करतार सिंह ने उसकी लाश को मोटरसाइकिल पर लाकर करीब 100 मीटर की दूरी पर कीमेवाला पुल से नहर में फैंक दिया। एस.एस.पी. फिरोजपुर ने बताया कि पुलिस की तरफ से इस केस में नामजद लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।