Edited By Updated: 20 May, 2017 08:52 AM
हवेली के निकट ए.एस.आई. गुरदेव सिंह की हत्या तथा सुल्तानपुर लोधी में थानेदार पर कातिलाना हमला करके उसकी पिस्तौल छीनने वाले
जालंधर (प्रीत): हवेली के निकट ए.एस.आई. गुरदेव सिंह की हत्या तथा सुल्तानपुर लोधी में थानेदार पर कातिलाना हमला करके उसकी पिस्तौल छीनने वाले खतरनाक आपराधिक गिरोह के 6 सदस्यों को जालंधर देहात की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लुटेरों के पास से पुलिस टीम ने अवैध तथा तेजधार हथियार बरामद किए हैं। जालंधर देहात के एस.एस.पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि एंटी नार्कोटिक्स सैल के इंचार्ज इंस्पैक्टर मोहिन्द्र सिंह ने डी.एस.पी. सुरिन्द्र मोहन के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए खतरनाक पेशेवर अपराधी रवि कुमार उर्फ बबलू पुत्र राम प्रकाश वासी सगनेवाल, फिल्लौर, प्रदीप सिंह उर्फ सोनू पुत्र जसवीर सिंह वासी चक्क कलां, नकोदर, मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र प्रकाश राम वासी गांव नगर, फिल्लौर, सूरज पुत्र बलबीर सिंह वासी नगर, फिल्लौर को गिरफ्तार किया। उक्त आरोपियों के पास से पुलिस ने 38 बोर का एक पिस्तौल, 2 कारतूस, तेजधार हथियार बरामद किए। इस केस में जांच के दौरान पुलिस टीम ने तरनवीर सिंह उर्फ तन्नी पुत्र मनजीत सिंह वासी माडल हाऊस तथा गुरविन्द्र सिंह उर्फ गौरा पुत्र सुरिन्द्र सिंह वासी हेरां, नकोदर को गिरफ्तार किया।
आरोपी पिछले कई सालों से दे रहे थे वारदातों को अंजाम
एस.एस.पी. भुल्लर ने बताया कि आरोपी पिछले कई सालों से गैंग बनाकर लूटपाट, स्नैचिंग तथा पुलिस टीम पर हमले जैसी कई वारदातों को अंजाम दे रहे थे। एस.एस.पी. भुल्लर ने बताया कि उक्त गिरोह के सदस्यों द्वारा करतारपुर, नकोदर, शाहकोट, लांबड़ा, नूरमहल, सुल्तानपुर तथा कपूरथला इलाकों में लूटपाट, मारपीट की कई वारदातें की गईं।
2012 में सुल्तानपुर लोधी में किया था थानेदार पर कातिलाना हमला
एस.एस.पी. ने बताया कि उक्त गिरोह के सदस्यों ने साल 2012 में सुल्तानपुर लोधी में थानेदार गुरदेव सिंह पर कातिलाना हमला किया और उससे असला छीन लिया था। उक्त मामला सुल्तानपुर लोधी की पुलिस द्वारा ट्रेस नहीं किया जा सका। इस संबंध में समय रहते अनट्रेस रिपोर्ट दी गई, लेकिन अब जालंधर देहात पुलिस टीम द्वारा उक्त मामला ट्रेस किया गया है। सभी आरोपियों को पहचान करके गिरफ्तार कर लिया गया है।
2013 में की थी ए.एस.आई. की हत्या
एस.एस.पी. ने बताया कि साल 2013 में हवेली रेस्तरां के बाहर पिन्दा गैंग के उक्त सभी सदस्यों ने मिलकर ए.एस.आई. गुरदेव सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था।