Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Mar, 2018 07:59 AM
गत दिनों लापता हुए 4 बहनों के इकलौते भाई अर्शदीप (14) का शव नहर से बरामद हुआ है और वारदात को अंजाम किसी और ने नहीं बल्कि मृतक बच्चे की बहन और उसके प्रेमी ने दिया था। मनविन्द्रबीर सिंह डी.एस.पी. कोटकपूरा और खेमचंद पराशर एस.एच.ओ. थाना सिटी कोटकपूरा ने...
कोटकपूरा (नरिन्द्र, भावित): गत दिनों लापता हुए 4 बहनों के इकलौते भाई अर्शदीप (14) का शव नहर से बरामद हुआ है और वारदात को अंजाम किसी और ने नहीं बल्कि मृतक बच्चे की बहन और उसके प्रेमी ने दिया था। मनविन्द्रबीर सिंह डी.एस.पी. कोटकपूरा और खेमचंद पराशर एस.एच.ओ. थाना सिटी कोटकपूरा ने बताया कि कथित कातिलों को काबू करने के अलावा इस वारदात में इस्तेमाल किया गया मोटरसाइकिल भी बरामद कर लिया गया है। अर्शदीप अपनी सगी बहन सरबजीत कौर और रिश्तेदारी में से बुआ के लड़के गुरप्रीत सिंह के अवैध संबंधों की चपेट में आकर बुरी मौत मारा गया।
उन्होंने बताया कि गत 16 मार्च को छिन्दा सिंह पुत्र करतार सिंह ने पुलिस को दिए बयानों में बताया था कि उसकी बेटी सरबजीत कौर और उसके कथित प्रेमी गुरप्रीत सिंह ने उसके नाबालिग बेटे अर्शदीप सिंह का अपहरण कर लिया है। गुरप्रीत और सरबजीत के नाजायज संबंधों बारे अर्शदीप को पता था और उसने इस संबंधी 2-3 बार घर में भी बताया था। छिन्दा सिंह के बयानों के आधार पर पुलिस की तरफ से दोनों खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 364/34 के अंतर्गत मामला दर्ज करके उनकी और अर्शदीप की तलाश शुरू की गई। जिला पुलिस प्रमुख डा.नानक सिंह की तरफ से मिली हिदायतों अनुसार थाना सिटी कोटकपूरा के एस.एच.ओ. खेमचंद पराशर के नेतृत्व वाली पुलिस पार्टी ने दोनों को काबू कर लिया।
उन्होंने बताया कि मृतक बच्चे का शव फिड्डे कलां नहर में से बरामद हो गया। गुरप्रीत ने पुलिस की पूछताछ दौरान माना है कि उसने अर्शदीप को फरीदकोट में से गुजरती बड़ी नहर में धक्का दिया था। एस.एच.ओ. खेमचन्द पराशर ने बताया कि पुलिस ने अर्शदीप का शव पोस्टमार्टम करवाने के बाद वारिसों हवाले कर दिया है और परिवार की तरफ से अर्शदीप का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस संबंध में पहले दर्ज किए गए मामले में धारा 302 का विस्तार किया गया है और दोनों को माननीय अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड लिया जाएगा।