Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 04:06 PM
नगर निगम चुनाव करवाने के लिए नए सिरे से वार्डबंदी तय करने की प्रक्रिया बैंस ब्रदर्स के विरोध के बावजूद फाइनल किए जाने की सूचना है। इस काम के लिए डायरैक्टर लोकल बॉडीज के न आने पर विधायक सुरेन्द्र डाबर को चेयरमैन बनाकर फैसला लिया गया।
लुधियाना (हितेश): नगर निगम चुनाव करवाने के लिए नए सिरे से वार्डबंदी तय करने की प्रक्रिया बैंस ब्रदर्स के विरोध के बावजूद फाइनल किए जाने की सूचना है। इस काम के लिए डायरैक्टर लोकल बॉडीज के न आने पर विधायक सुरेन्द्र डाबर को चेयरमैन बनाकर फैसला लिया गया।
अगर महानगर में आबादी बढऩे के मुकाबले वार्डों की संख्या 75 से बढ़ाकर 95 करने बारे चल रही नई वार्डबंदी की प्रक्रिया की बात करें तो हर तरफ कांग्रेसियों द्वारा मनमर्जी किए जाने की ही चर्चा चल रही है। इस पर अफसरों द्वारा एतराज जताए जाने के कारण ही वार्डबंदी फाइनल करने का काम तो लेट हुआ ही है। अब कांग्रेस सरकार द्वारा गुरदासपुर में मिली जीत के चलते पैदा माहौल को कैश करने के लिए जल्द निगम चुनाव करवाने बारे रखा टारगेट भी वार्डबंदी में देरी कारण प्रभावित हो रहा है।
इसी बीच वार्डबंदी का खाका फाइनल करने के नाम पर सोमवार को चंडीगढ़ में डी-लिमिटेशन कमेटी की मीटिंग बुलाई गई। इसमें शामिल हुए बैंस ब्रदर्स ने पहले किए ऐलान मुताबिक एतराज दर्ज करवाए कि वार्डों को आबादी के अनुपात मुताबिक विभाजित नहीं किया गया, जिससे उनके एरिया में वार्डों की संख्या कम रह गई है। इसी तरह उन्होंने वार्डों को रिजर्व करने की प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी होने का आरोप भी लगाया, जिसे लेकर कोर्ट जाने का ऐलान बैंस पहले ही कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो बैंस ब्रदर्स के विरोध के बावजूद वार्डबंदी को फाइनल कर दिया गया है। इसके लिए डायरैक्टर लोकल बॉडीज के न आने पर एक्ट के मुताबिक मैंबरों में से विधायक सुरेन्द्र डाबर को चेयरमैन बनाकर फैसला लिया गया। इस पर 4 कांग्रेस विधायकों, 2 गैर-सरकारी मैंबरों, कमिश्नर, ए.डी.सी. व ज्वाइंट कमिश्नर की सहमति कारण कोरम पूरा होने का दावा किया जा रहा है। उसके आधार पर पब्लिक से एतराज मांगने के लिए मंगलवार को नोटीफिकेशन जारी होने की संभावना है।