Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 02:31 PM
नगर निगम के मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में कांग्रेसियों की नाराजगी दूर करने के लिए अपने ही स्टैंड के उल्ट
लुधियाना (हितेश): नगर निगम के मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में कांग्रेसियों की नाराजगी दूर करने के लिए अपने ही स्टैंड के उल्ट जाकर कई महीनों से पैंडिंग पड़े सैंकड़ों नए विकास कार्यों से संबंधित एस्टीमेटों पर टैंडर लगाने की हरी झंडी दे दी है।
यहां बताना उचित होगा कि मेयर ने एफ. एंड सी.सी. की पिछली 2 बैठकों में फंड की कमी होने की बात कहकर नए विकास कार्यों से संबंधित सैंकड़ों एस्टीमेटों को मंजूरी देने से इंकार कर दिया था। जिसका कांग्रेस द्वारा पक्षपात का आरोप लगाकर विरोध किया कि इन फाइलों में ज्यादातर काम उनके वार्डों में होने वाले हैं। जिनको एक साजिश के तहत रोक कर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की गई है क्योंकि उन्हीं बैठकों में अकाली-भाजपा के इलाकों से संबंधित कई प्रस्ताव पास हुए थे।
यह विवाद अभी सुलझा भी नहीं था कि लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा महानगर से संबंधित प्रोजैक्टों के लिए कई हजार करोड़ के पैकेज का ऐलान करने के मुद्दे पर हंगामा हो गया। जिसे मेयर ने अकाली-भाजपा नेताओं के साथ मिलकर खोखले दावे बताया तो कांग्रेसी भड़क गए। इसके जवाब में खुद एम.पी. रवनीत बिट्टू ने मोर्चा संभाला और मेयर को नाकाम बताते हुए उनके कार्यकाल में हुई धांधलियों की जांच करवाकर एफ.आई.आर. तक करवाने की चेतावनी दी थी। इस टकराव के बीच मेयर ने जनरल हाऊस की बैठक बुलाकर एफ. एंड सी.सी. के पुराने एजैंडों की पुष्टि करवा ली जाए। इस बैठक में कांग्रेसियों के प्रस्तावित विरोध को शांत करने के लिए देर शाम एफ. एंड सी.सी. की बैठक बुलाकर नए विकास कार्यों के लिए टैंडर लगाने से संबंधित सभी पैंङ्क्षडग एस्टीमेटों पर भी मोहर लगा दी गई।