Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jun, 2017 04:16 PM
नगर निगम द्वारा लोगों की सुविधा के नाम पर गुरु नानक भवन में खाली लाइब्रेरी का कंट्रोल अफसरों की जगह दर्जा चार कर्मियों के हवाले है।
लुधियाना(हितेश): नगर निगम द्वारा लोगों की सुविधा के नाम पर गुरु नानक भवन में खाली लाइब्रेरी का कंट्रोल अफसरों की जगह दर्जा चार कर्मियों के हवाले है। यह शिकायत मिलने पर चैकिंग के लिए पहुंचे मेयर ने नदारद कर्मियों को नोटिस जारी कर दिए हैं। निगम ने गिल रोड, रोज गार्डन व मोबाइल लाइब्रेरी को आधुनिक लुक देने के लिए कुछ समय पहले गुरु नानक भवन के परिसर में शिफ्ट कर दिया है। जहां अव्यवस्थाओं की भरमार होने बारे शिकायतें लगातार मेयर को मिल रही थीं।
इस पर उन्होंने बुधवार को अचानक मौके का दौरा किया। जहां सब कुछ भगवान भरोसे ही चल रहा था, क्योंकि वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। बल्कि दर्जा चार कर्मी ही सारा कंट्रोल चला रहे थे। जहां तक अफसरों का सवाल है, दो ने तो बहानेबाजी का सहारा लिया। जबकि गैर-हाजिर रैस्टोरर द्वारा 3 दिन के लिए रखी छुट्टी मंजूर ही नहीं थी। इन मुलाजिमों को आगे से काम के तरीके में सुधार करने के नोटिस जारी किए गए हैं जबकि रैस्टोरर से जवाबतलबी की गई है कि उसने जिस सहायक लाइब्रेरीयन के नाम छुट्टी दी है। उसके पास छुट्टी मंजूर करने का अधिकार ही नहीं है। इस तरह छुट्टी मंजूर करवाए बिना आफिस से जोन को लेकर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
सफाई के अभाव को लेकर चीफ सैनेटरी इंस्पैक्टर को लगी फटकार
मौके पर फर्श पर पोछा न लगने के कारण मैल जमी हुई थी। कई जगह किनारों पर गंदगी के ढेर लगे हुए थे। शौचालयों में भी बिल्कुल सफाई नहीं थी जिस पर मेयर ने चीफ सैनेटरी इंस्पैक्टर को बुलाकर फटकार लगाई। उसे कहा गया कि एक बार पूरा परिसर चमकाने के बाद रैगुलर सफाई के लिए मुलाजिम लगाए जाएं।
टाइमिंग के अलावा शिकायत नंबर के भी लगेंगे बोर्ड
मौके पर मौजूद लोगों ने शिकायत की कि लाइब्रेरी खोलने व बंद करने की टाइमिंग को लेकर भी स्टाफ की मनमर्जी हावी है जिसे लेकर मुलाजिमों ने बताया कि सुबह लाइब्रेरी खोलने का समय 9 बजे है लेकिन सफाई करने के चक्कर में देरी होती है। इस पर मेयर ने स्टाफ को पहले आकर सफाई करने तथा समय पर लाइब्रेरी खोलने व बंद करने की ताकीद की। जिसके मद्देनजर टाइमिंग बारे मौके पर बोर्ड लगाया जाएगा। जिस पर शिकायत करने या सुझाव देने के लिए अफसर का नंबर लिखा होगा, क्योंकि कुछ लोगों ने मुलाजिमों पर ठीक ढंग से व्यवहार न करने का आरोप भी लगाया था।