Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 11:26 AM
सेहत अधिकारी डा. राजू चौहान पर हुए हमले को लेकर निगम कर्मचारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को निगम कर्मचारियों ने कार्यालय में ही रोष प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़ास निकाली।
अमृतसर(रमन): सेहत अधिकारी डा. राजू चौहान पर हुए हमले को लेकर निगम कर्मचारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को निगम कर्मचारियों ने कार्यालय में ही रोष प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़ास निकाली।
इस दौरान कर्मचारियों ने निगम कार्यलय से लेकर रणजीत एवेन्यू पुलिस चौकी तक रोष मार्च निकाला व 10 मिनट के लिए चौकी का घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
यूनियन के प्रधान विनोद बिट्टा, सुरिंद्र टोना, आशू नाहर, हरजिंद्र वालिया, राज कुमार राजू, दविंद्र राजा, सुरिंदर शर्मा सोनू, अमर सिंह आदि ने कहा कि जब तक पुलिस डा. चौहान के हमलावरों को नहीं पकड़ती तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे।
शहर में सफाई व्यवस्था ठप्प होने का जिम्मेदार निगम प्रशासन नहीं पुलिस प्रशासन है, अगर इससे कोई बीमारी भी फैलती है तो उसका जिम्मेदार भी पुलिस प्रशासन होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस नेताओं के दबाव में चल रही है, जिसके कारण अभी तक आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। जब तक पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ती तब तक निगम कर्मचारी एवं अधिकारी कोई काम नहीं करेंगे।
हर तरफ गंदगी का आलम
शहर में गलियों, बाजारों,चौक-चौराहों एवं सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जिससे हर तरफ गंदगी का आलम बना हुआ है, शहर में न तो सॉलिड वेस्ट कम्पनी काम कर रही है, न ही मैकेनिक्ल स्वीपिंग कंपनी काम कर रही है, जिससे शहर का बुरा हाल हुआ पड़ा है। लोगों के घरों में कूड़ा इकट्ठा हुआ पड़ा है। डोर-टू डोर कूड़े की कलैक्शन बंद कर दी गई है, अगर जल्द प्रशासन ने हड़ताल बंद न करवाई तो आने वाले समय में शहर के अंदर गंदगी से बुरा हाल हो जाएगा, जिससे बीमारी भी फैल सकती है। शहर में मच्छरों की भरमार हुई पड़ी है, ऊपर से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।
कमिश्नर की बैठक बेनतीजा
यूनियन नेताओं के साथ कमिश्नर नगर निगम अमित कुमार ने एक बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह उनके साथ हैं, लेकिन वह अपना तरीका बदलें, वह पुलिस कमिश्नर की उनसे मीटिंग करवाएंगे। इस दौरान बिट्टा, नाहर एवं टोना ने कहा कि वे पुलिस कमिश्नर से मीटिंग के लिए तैयार हैं, पर धरना तभी समाप्त होगा जब आरोपी गिरफ्त में होंगे। जब पुलिस आरोपियों को पकड़ लेगी वे एक दिन में सारे शहर को साफ-सुथरा कर देंगे। अगर ऐसे ही हमले होते रहे तो सरकारी कर्मचारी काम नहीं कर पाएंगे, हर रोज ऐसे गुंडा तत्व इन पर हावी होंगे, जिससे कमिश्नर के साथ यूनियनों की बैठक बेनतीजा निकली।