Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 09:46 AM
नगर निगम में वेतन को लेकर कर्मचारियों का संघर्ष 7वें दिन में प्रवेश कर गया है।
अमृतसर(रमन) : नगर निगम में वेतन को लेकर कर्मचारियों का संघर्ष 7वें दिन में प्रवेश कर गया है। कर्मचारियों ने निगम कार्यालय में मेयर व कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी की। सांझी संघर्ष कमेटी के पदाधिकारी विनोद बिट्टा, हरजिंदर सिंह वालिया, मेजर सिंह, कर्मजीत सिंह के.पी. आदि ने कहा कि निगम के पास कर्मचारियों को देने के लिए वेतन नहीं है पर अधिकारी उन पर काम करने का हमेशा प्रैशर डाल रहे हैं।
मुलाजिम निगम प्रशासन से भीख नहीं, बल्कि अपना हक मांग रहे हैं, इसलिए एक महीने का वेतन नहीं उन्हें पूरा वेतन मिलना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस का बहिष्कार करने का फैसला तो तय ही है, यदि 15 अगस्त तक जुलाई महीने का वेतन जारी नहीं किया गया तो उसके बाद संघर्ष और तेज कर दिया जाएगा। अरविन्द्र भट्टी ने कमिश्नर सिद्धू को बताया कि बिजली बिल चैक करवाए जाने चाहिए। कई बिल ऐसे हैं, जिनमें एवरेज चार्जेस लगकर आ रहे हैं, जिससे निगम को काफी चूना लग रहा है।
इसको लेकर कमिश्नर गुरलवलीन सिंह सिद्धू ने कहा कि 14वें वित्तीय कमिशन के 18 करोड़ रुपए आए थे, उसमें से 9 करोड़ रुपए बिजली बिल के दे दिए गए हैं। किसी ठेकेदार को पेमैंट नहीं की गई। इस पेमैंट से वेतन नहीं दिया जा सकता था। इस बार एक्साइज की रकम 1 करोड़ रुपए के लगभग आई है, पहले यह 10 करोड़ के लगभग आती थी। कर्मचारियों को भी इस बात पर ध्यान देना चाहिए।