Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 11:00 AM
शाही शहर पटियाला के नगर निगम के 17 दिसम्बर को चुनाव होने जा रहे हैं। धर्मपुरा बाजार स्थित जिस बिल्डिंग में कई दशक नगर निगम का दफ्तर रहा, उस बिल्डिंग को अब ग्रहण लग गया है और यह बिल्डिंग अब महज सफेद हाथी बन कर रह गई है।
पटियाला(राजेश): शाही शहर पटियाला के नगर निगम के 17 दिसम्बर को चुनाव होने जा रहे हैं। धर्मपुरा बाजार स्थित जिस बिल्डिंग में कई दशक नगर निगम का दफ्तर रहा, उस बिल्डिंग को अब ग्रहण लग गया है और यह बिल्डिंग अब महज सफेद हाथी बन कर रह गई है।
बेशक पटियाला नगर निगम 1997 में अस्तित्व में आ गया था परंतु इसका पहला चुनाव 2002 में हुआ। नगर निगम बनने के बाद पंजाब सरकार ने महेन्द्रा कालेज के नजदीक नगर निगम की नई आलीशान बिल्डिंग बनाई थी जबकि 2 अगस्त 2000 को नगर निगम की मौजूदा बिल्डिंग का नींव पत्थर रखा गया था और 30 अप्रैल 2001 को यह बिल्डिंग बन कर मुकम्मल हो गई थी। इसके बाद नगर निगम का दफ्तर नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो गया था। नगर निगम ने अपनी धर्मपुरा बाजार स्थित पुरानी बिल्डिंग इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट को बेच दी थी। बाद में इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने पुरानी बिल्डिंग को गिरा कर साल 2005 में यहां कमॢशयल बहु मंजिला बिल्डिंग बना दी थी।
इसके निर्माण पर ट्रस्ट ने करीब 20 करोड़ रुपए खर्चे
इसके निर्माण पर ट्रस्ट ने करीब 20 करोड़ रुपए खर्च किए थे। साल 2005 में जब बिल्डिंग मुकम्मल हुई थी तो उस समय के मुख्यमंत्री और मौजूदा मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने इसका उद्घाटन किया था। इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की तरफ से दर्जनों बार इसकी खुली नीलामी रखी गई परंतु यह बिल्डिंग नहीं बिकी, जिस कारण इस बाजार के लोग कहने लगे हैं कि नगर निगम का दफ्तर शिफ्ट होने के बाद इस बिल्डिंग को ग्रहण लग गया है।
कई दशकों तक पटियाला नगरपालिका और फिर पटियाला नगर निगम का दफ्तर रहा
कई दशकों तक इसमें पटियाला नगरपालिका और फिर पटियाला नगर निगम का दफ्तर रहा। जब तक यहां नगर निगम का दफ्तर रहा, इस बिल्डिंग में रौनकें लगी रहीं। नगर निगम की इस पुरानी बिल्डिंग को गिरा कर नई अत्याधुनिक बिल्डिंग बना दी गई है फिर भी इस बिल्डिंग में से रौनकें गायब हैं और बिल्डिंग के निर्माण से ही इसको ताले लगे हुए हैं। आज तक एक भी शोरूम यहां शुरू नहीं हुआ।