Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 10:48 AM
नगर निगम के हजारों कर्मचारियों के वेतन में लगातार हो रही देरी के मद्देनजर आज निगम का स्टाफ एकाएक भड़क उठा जिसके चलते सैंकड़ों कर्मचारियों ने हड़ताल करके धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। निगम इतिहास में सम्भवत: यह पहली बार हुआ जब वेतन न मिलने के कारण नगर...
जालंधर(खुराना): नगर निगम के हजारों कर्मचारियों के वेतन में लगातार हो रही देरी के मद्देनजर आज निगम का स्टाफ एकाएक भड़क उठा जिसके चलते सैंकड़ों कर्मचारियों ने हड़ताल करके धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। निगम इतिहास में सम्भवत: यह पहली बार हुआ जब वेतन न मिलने के कारण नगर निगम की सभी यूनियनों ने एक मंच पर आकर निगम प्रशासन व सरकार प्रति विरोध जताया। इस रोष प्रदर्शन का नेतृत्व पंजाब सफाई मजदूर फैडरेशन के अध्यक्ष चंदन ग्रेवाल, नरेश प्रधान, बंटू सभ्रवाल व अशोक भील इत्यादि ने किया और बताया कि नवम्बर महीना खत्म होने को कुछ दिन रह गए हैं परंतु अभी तक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला, जिस कारण घरों का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार को कर्मचारियों के वेतन की कोई चिंता नहीं है। पिछले कई महीनों से निगम स्टाफ को देरी से वेतन मिल रहा है।
विधायकों को सिर्फ अपने वेतन की चिंता
चंदन ग्रेवाल व अन्य वक्ताओं ने साफ शब्दों में कहा कि जालंधर के विधायक इस गम्भीर मामले पर चुप्पी साधे बैठे हैं। विधायकों को सिर्फ अपना वेतन बढ़ाने की ङ्क्षचता रहती, उन्हें सफाई कर्मचारियों, सीवरमैनों या अन्य स्टाफ से कोई लेना-देना नहीं, जिनके घरों का बजट तक हिल गया है। श्री चंदन ने कहा कि निगम के जिन अधिकारियों का वेतन लाखों में है और जिन्होंने शायद कभी यह वेतन अपने बैंक से निकाला भी नहीं होगा, उन्हें सैलरी जल्दी मिल जाती है जबकि जो कर्मचारी 20-20 हजार रुपए वेतन लेते हैं उन्हें सैलरी के लिए तरसाया जा रहा है।
बैंकों की पैनल्टी कौन भरेगा
चंदन ग्रेवाल ने निगम प्रशासन से सवाल किया कि जिन कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हुई है, उनके बैंकों के लोन की किस्तें भी जमा नहीं हुई हैं जिस कारण बैंकों ने उन्हें डिफाल्टर सूची में डाल दिया है। अब उन्हें डिफाल्टर होने पर अतिरिक्त ब्याज व जुर्माना देना होगा, जिसे यदि प्रशासन की ओर से न भरा गया तो सोमवार को सारा स्टाफ हड़ताल पर चला जाएगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ सफाई कर्मचारियों व सीवरमैनों को ही वेतन रिलीज कर देने से प्रशासन को रिलीफ नहीं मिलेगा बल्कि पूरे स्टाफ को वेतन रिलीज करना होगा।