Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 09:52 AM
जिला प्रशासन फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है, क्योंकि 2 वर्ष पहले टांडा चौक व अड्डा होशियारपुर चौक में 9 फुट से ज्यादा
जालंधर (राज शर्मा): जिला प्रशासन फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है, क्योंकि 2 वर्ष पहले टांडा चौक व अड्डा होशियारपुर चौक में 9 फुट से ज्यादा ऊंचाई के वाहनों को शहर के भीड़-भाड़ भरे इलाकों में आने से रोकने हेतु जो बैरीकेड लगाए गए थे, वे पिछले कई महीनों से टूटे पड़े हैं, जिस कारण इन चौकों से दोबारा ट्रकों व ज्यादा ऊंचाई वाली गाडिय़ों का गुजरना जारी है, जिन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं है।
खानापूर्ति के लिए दोनों फाटकों पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश की मनाही के आदेश सहायक पुलिस कप्तान ट्रैफिक द्वारा लिखे हुए हैं परंतु आदेशों को कौन मानता है। गौर रहे कि मार्च 2015 में टांडा फाटक बंद होने के बावजूद शहर में घुसने की कोशिश कर रहे बजरी से लदे तेज रफ्तार ट्रक ने कई लोगों को रौंद दिया था, जिससे मौके पर ही 2 लोगों की मौत व 6 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे।
इस भयानक हादसे ने पूरे शहर में मातम का माहौल बना दिया था। प्रशासन ने आनन-फानन में ऐसे हादसे भविष्य में होने से रोकने के लिए दोनों चौकों में 9 फुट ऊंचाई वाले बैरीकेड लगवा दिए थे परंतु अब इन खम्बों को टूटे भी महीने बीत चुके हैं। इस ओर न तो जिला ट्रैफिक विभाग और न ही प्रशासन कोई ध्यान दे रहा है। शायद वे फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।