Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 10:58 AM
पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, बस जरुरत होती है उस जुनून की जो उम्र को हावी न होने दे। ऐसा ही एक मामला हमारे पास खालसा कॉलेज विमन का सामने आया है। इस कॉलेज में मां-बेटी दोनों ने एक साथ 12वीं कक्षा में दाखिला लिया है।
जालंधरः पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, बस जरुरत होती है उस जुनून की जो उम्र को हावी न होने दे। ऐसा ही एक मामला हमारे पास खालसा कॉलेज विमन का सामने आया है। इस कॉलेज में मां-बेटी दोनों ने एक साथ 12वीं कक्षा में दाखिला लिया है। जालंधर कैंट की रहने वाली कुलविंदर कौर अपनी बेटी ईशानी को 12वीं कक्षा में दाखिल करवाने गई थी लेकिन जब जब कुलविंदर प्रिंसिपल डॉ. नवजोत के कमरे में गईं तो प्रिंसिपल ने उनकी कम उम्र की देख कर उन्हें ही स्टूडेंट समझ लिया।
प्रिंसिपल ने उनसे पूछ लिया कि बेटा, किस क्लास में दाखिला लेना है? इस पर कुलविंदर ने कहा वह तो अपनी बेटी ईशानी को दाखिल करवाने आई है। उसकी शादी तो 16 साल की उम्र में हो गई जिसके कारण उसकी पढ़ाई छूट गई। यह सब सुनने पर प्रिंसिपल ने उन्हें आगे पढ़ने के लिए कहा और वो तैयार हो गई। उन्होनें तुरंत बाहर खड़े अपने पति श्याम लाल को बुलाया। प्रिंसिपल डॉ. नवजोत ने उनके पति से इस विषय में बात की, इस पर श्याम लाल ने कहा कि मुझे बहुत खुशी होगी अगर दोनों मां-बेटी एक साथ एक ही क्लास में पढेंगी।