Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 11:20 AM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा पंजाब भर में अवैध माइनिंग विरुद्ध उठाए गए सख्त कदमों उपरांत बेशक राज्य में अवैध रेत की निकासी का काम तो बंद हो गया है, लेकिन रेत की जरूरत अनुसार मांग पूरी न होने के चलते रेत की कीमतों के भाव एकदम बढऩे लगे हैं।
मोगा (पवन ग्रोवर): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा पंजाब भर में अवैध माइनिंग विरुद्ध उठाए गए सख्त कदमों उपरांत बेशक राज्य में अवैध रेत की निकासी का काम तो बंद हो गया है, लेकिन रेत की जरूरत अनुसार मांग पूरी न होने के चलते रेत की कीमतों के भाव एकदम बढऩे लगे हैं। ऐसे में नए घर बनाने की इच्छा रखने वाले लोगों में निराशा पाई जाने लगी है। सूत्रों ने इस बात को भी बेनकाब किया है कि सरकारी इमारतों तथा कुछ अन्य विकास कार्यों के ठेके लेने वाले ठेकेदारों ने भी हाल ही घड़ी में निर्माण कार्य से अपने पैर पीछे खींच लिए हैं क्योंकि इस भाव में रेत खरीद करके ठेकेदारों को आर्थिक चूना लगने का खदशा है।
एकत्रित की गई जानकारी के अनुसार मोगा जिले की सीमा पर पड़ते हलके धर्मकोट के अंतर्गत सतलुज दरिया किनारे 9 खड्डों में किसी में भी रेत की खुदाई नहीं की जा रही। इस तरह की बनी स्थिति उपरांत रेत कारोबारियों के पास स्टोर किया गया रेत का भाव बढ़ रहा है।
इस तरह बढ़े रेत के भाव
4500 रुपए में मिलने वाले 500 फुट रेत का भाव 6 हजार रुपए से ऊपर हो गया है तथा 9 हजार रुपए में बिकने वाले टिप्पर का भाव भी बढऩे की खबरें मिली हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर इसी तरह सख्ती जारी रही तो आने वाले दिनों में रेत का भाव और बढऩे की संभावना है।