Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 02:10 AM
शनिवार देर रात घनी धुंध में 2 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर लुधियाना से माता चिंतपूर्णी को जाने के लिए निकले लुधियाना के 5 दोस्तों को क्या मालूम था कि उनमें से रोहित कुमार व अशोक कुमार के लिए जिंदगी का यह आखिरी सफर साबित होगा। तीसरा दोस्त दीपक भी गंभीर...
होशियारपुर(अमरेन्द्र): शनिवार देर रात घनी धुंध में 2 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर लुधियाना से माता चिंतपूर्णी को जाने के लिए निकले लुधियाना के 5 दोस्तों को क्या मालूम था कि उनमें से रोहित कुमार व अशोक कुमार के लिए जिंदगी का यह आखिरी सफर साबित होगा। तीसरा दोस्त दीपक भी गंभीर हालत में इस समय डी.एम.सी. लुधियाना में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
होशियारपुर-फगवाड़ा मार्ग पर अत्तोवाल गांव के पास शनिवार देर रात 2 बजे के करीब सड़क हादसे के दौरान दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार 2 दोस्तों को हादसे का पता तब चला जब वे रास्ते में रुककर अपने पीछे आ रहे तीनों साथियों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान एक कार सवार ने उन्हें पीछे हुए हादसे के बारे में जानकारी दी। हादसे की वजह घनी धुंध के चलते मोटरसाइकिल सवारों को आगे जा रहे ट्रक को न देख पाना रहा।
दोनों की मौके पर ही हो गई थी मौत
थाना मेहटियाना पुलिस के अनुसार ट्रक के पीछे टक्कर के बाद रोहित, अशोक व दीपक सड़क पर गिर गए। इस दौरान रोहित कुमार उर्फ भोला (17) पुत्र रामशंकर व अशोक कुमार (22) पुत्र रामअवतार की मौके पर ही मौत हो गई। एम्बुलैंस की सहायता से दोनों ही शव व घायल दीपक को होशियारपुर लाया गया जहां डाक्टरों ने तत्काल ही दीपक को डी.एम.सी. लुधियाना रैफर कर दिया।
क्या कहती है मेहटियाना पुलिस
थाना मेहटियाना के ए.एस.आई. बलविन्द्र सिंह व मदन सिंह और हैड कांस्टेबल बलवीर सिंह ने बताया कि परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने 174 की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों के हवाले कर दिए।
क्या कहते हैं परिजन
सिविल अस्पताल परिसर में रविवार सुबह दोनों ही मृतक दोस्तों रोहित कुमार व अशोक कुमार के पिता ने रोते हुए मेहटियाना पुलिस को बताया कि रात ब्यूटी पार्लर में काम खत्म कर सभी पहले एक जगराते में गए थे। वहीं से सभी ने अपने-अपने घर रात 12 बजे के करीब फोन कर बताया कि वे लोग ङ्क्षचतपूर्णी जा रहे हैं, सुबह लौटेंगे। पर हमें क्या पता था कि मेरा लाल अब कभी नहीं लौटेगा। अशोक घर में 7 भाइयों में छठे नंबर पर था वहीं रोहित घर का इकलौता चिराग था।