Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 05:36 PM
जी.एन.डी.यू. में एक लैक्चरार के रूप में करियर की शुरूआत करने वाली अमृतसर की शैलजा ने नौकरी छोड़ कर पति के साथ रहने और बेटे की परवरिश करने की सोची लेकिन अचानक घर बैठे-बैठे ही मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया और चयन उपरांत मिसेज इंडिया...
अमृतसर (ममता): जी.एन.डी.यू. में एक लैक्चरार के रूप में करियर की शुरूआत करने वाली अमृतसर की शैलजा ने नौकरी छोड़ कर पति के साथ रहने और बेटे की परवरिश करने की सोची लेकिन अचानक घर बैठे-बैठे ही मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया और चयन उपरांत मिसेज इंडिया अर्थ के फाइनलिस्ट में शामिल होकर देश की 48 सुंदरियों में जगह बना ली। शैलजा अगले माह मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के ग्रांड फिनाले में अमृतसर के साथ-साथ पंजाब का भी प्रतिनिधित्व करेगी।
पुतलीघर निवासी शैलजा कालिया ने स्थानीय बी.बी.के. डी.ए.वी. कालेज से ट्रैवल एंड टूरिज्म में ग्रैजुएशन करने के बाद गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से ज्योग्राफी और टाऊन प्लानिंग में पोस्ट ग्रैजुएशन की और 5 साल तक बतौर लैक्चरार नौकरी की। शैलजा ने बताया कि उन्होंने 2009 में एक सेना अधिकारी के साथ शादी करने के बाद नौकरी छोड़ दी और गृहस्थी संभालना बेहतर समझा लेकिन पति के सहयोग और प्रेरणा के चलते उन्होंने पहले पूना के ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट में मॉडलिंग और पर्सनैलिटी डिवैल्पमैंट संबंधी ट्रेनिंग भी ली।
शैलजा ने बताया कि इसके उपरांत ही उन्होंने मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया। इसके उपरांत फोन पर उनकी इंटरव्यू हुई, उसके उपरांत चयन के बाद विभिन्न राऊंड को पार करते हुए वह पूरे देश की 48 सुंदरियों में शामिल हो गईं जोकि अगले माह 6 अक्तूबर को होने वाले ग्रांड फिनाले में अपनी किस्मत आजमाएंगी।
शैलजा कालिया जो इन दिनों अपने पति और 5 वर्षीय बेटे के साथ नागालैंड में हैं और फाइनल की तैयारी में जुटी हैं, ने बताया कि उसकी बचपन से ही तमन्ना थी कि वह कुछ ऐसा करे जिससे वह अपने देश और परिवार का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सके। शैलजा पढ़ाई के दौरान सामाजिक कार्यों में भी जुटी रही। उन्होंने एक एन.जी.ओ. कैच एंड केयर के अंतर्गत गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम किया। इसके अतिरिक्त पेंटिंग का शौक होने के कारण उनके द्वारा आर्ट गैलरी में अपनी बनाई पेंटिंग की प्रदर्शनी भी लगाई गई। शैलजा के अनुसार वह हर राऊंड को बढिय़ा ढंग से पूरा करना चाहती हैं ताकि वह अपने शहर और राज्य का नाम रोशन कर सकें। शैलजा इसके उपरांत मिसेज अर्थ के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक देश का प्रतिनिधित्व करने की इच्छुक है।