Edited By Updated: 26 Mar, 2017 05:43 PM
सत्ता परिवर्तन के बाद जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र में मुनाफे वाले कार्यों को लेकर कांग्रेसियों में आपसी उलझन बढ़ती जा रही है।
जलालाबाद(सेतिया):सत्ता परिवर्तन के बाद जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र में मुनाफे वाले कार्यों को लेकर कांग्रेसियों में आपसी उलझन बढ़ती जा रही है। जलालाबाद में कांग्रेस की गुटबंदी के चलते जहां ट्रक यूनियन के कार्यभार को संभालने के लिए खींचातनी है तो वहीं दूसरी तरफ रेत खनन माफिया भी धीरे-धीरे सक्रिय होता जा रहा है। आखिरकार यह कार्य किन लोगों की छत्रछाया में चल रहा है। इस पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है । कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने सत्ता संभालने से पहले लोगों के साथ कुछ वायदे किए थे। इनमें से रेत माफिया को पूरी तरह समाप्त करने तथा व्यपारी वर्ग को परेशानियों से दूर करना अहम मुद्दा था। अब सत्ता तो बदली है लेकिन जो कार्य अकाली दल के समय चल रहे थे, वहीं कार्य कांग्रेस कार्यकाल में भी चल रहे हैं।
डिप्टी कमिश्नर के आदेशों पर माईनिंग अधिकारियों ने कुछ दिन पहले गांव सुखेरा बोदला, ढंडिया और घुबाया तथा अन्य गांवों में एक साथ कार्रवाई करते हुए 5 लोगों पर मामला दर्ज कर एक जे.सी.बी. मशीन और 2 ट्रैक्टर-ट्रालियों को अपने कब्जे में लिया था। उक्त जे.सी.बी. मशीन चौंकी घुबाया में पुलिस के कब्जे में खड़ी है लेकिन अभी तक पुलिस उसके मालिक का पता भी नहीं लगा पाई है।