Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 10:15 AM
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल आज अपने कार्यकाल दौरान पूरी तन्मयता से बनाए श्री हरिमंदिर साहिब को जाने वाले विरासती रास्ते की हालत देखकर न केवल दुखी हुए, बल्कि मौजूदा सरकार को कोसते हुए उन्होंने उक्त रास्ते की...
अमृतसर(ममता): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल आज अपने कार्यकाल दौरान पूरी तन्मयता से बनाए श्री हरिमंदिर साहिब को जाने वाले विरासती रास्ते की हालत देखकर न केवल दुखी हुए, बल्कि मौजूदा सरकार को कोसते हुए उन्होंने उक्त रास्ते की सफाई भी की। आज श्री हरिमंदिर साहिब में अपनी पत्नी एवं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल सहित नतमस्तक होने पहुंचे सुखबीर बादल से रास्ते की दुर्दशा देखकर रहा न गया।
उन्होंने अपने साथ वहां उपस्थित अकाली दल शहरी के अध्यक्ष गुरप्रताप सिंह टिक्का के साथ मिल कर रास्ते की सफाई की व खासकर रास्ते की सुंदरता बढ़ा रहे पेड़-पौधों के आसपास पड़े जूठे दोने एवं अन्य गंदगी उठाई। सफाई के दौरान आसपास से गुजरने वाले श्रद्धालु उन्हें रास्ते में रुक कर देख रहे थे, जबकि सुखबीर बादल अपने काम में पूरी तरह व्यस्त थे। लगभग एक घंटा सफाई करने के उपरांत पत्रकारों को सुखबीर बादल ने विरासती रास्ते की दुर्दशा के लिए स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि वैसे तो वह आसमान से तारे तोडऩे तक की डींगें मारते हैं, लेकिन गुरु की नगरी की साफ-सफाई की ओर उन्होंने कभी ध्यान नहीं दिया। विरासती रास्ते में न तो डस्टबिन रखे गए हैं, ताकि लोग वहां पर व्यर्थ का सामान फैंक सकें और न ही वहां गंदगी फैलाने वाले आवारा कुत्तों को रोकने का कोई इंतजाम है।
बादल ने कहा कि अकाली दल द्वारा विश्व प्रसिद्ध श्री हरिमंदिर साहिब की सुंदरता को चार चांद लगाने के लिए अंत तक बड़े स्तर पर प्रयास किए गए, जिनमें विरासती रास्ता और विरासती इमारतों का निर्माण शामिल है, लेकिन कांग्रेस ने अपने 11 माह के कार्यकाल में इसकी दुर्दशा करने में कोई कसर तक नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि विरासती रास्ते में लगी एल.ई.डी. स्क्रीनें जहां पर हर समय शबद-कीर्तन का प्रसारण होता रहता है, अब वहां पर विभिन्न कंपनियों के विज्ञापन धड़ल्ले से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में श्रद्धा कम और लालच ज्यादा है, जिसके चलते उन्होंने हर जगह का व्यापारीकरण कर अपनी जेबें भरने की सोची है। उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन सरकार ने न तो गुरु की नगरी का कुछ संवारा, बल्कि शिअद के कार्यकाल दौरान चल रहे विकास कार्यों को भी बंद करवा कर अपनी नकारात्मकता का सबूत दिया है। उन्होंने कैप्टन से आग्रह किया कि वह अपनी नकारात्मक सोच त्याग कर पंजाब निवासियों के कल्याण के लिए आगे आएं।