Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 10:54 AM
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्याॢथयों को परोसे जाते मिड-डे मील पर केंद्र सरकार की नजर है। स्टू
लुधियाना (विक्की): सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्याॢथयों को परोसे जाते मिड-डे मील पर केंद्र सरकार की नजर है। स्टूडैंट्स को किस गुणवत्ता का मिड-डे मील परोसा जा रहा है यह चैक करने के लिए अब केंद्रीय टीमें स्कूलों में विजीट करने पहुंचेगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मिड-डे मील के प्रति गंभीरता दिखाते हुए ज्वाइंट रिव्यू मिशन (जे.आर.एम.) पर आधारित टीमों का गठन किया है जो देश के विभिन्न राज्यों में मिड-डे मील की चैकिंग के लिए सरकारी स्कूलों में जाएंगी।
बात अगर पंजाब की करें तो यहां पर जालंधर और रूपनगर जिलों को टीम ने चैकिंग के लिए चुना है। इस शृंखला में यह चैकिंग अभियान 22 से 29 जनवरी तक शुरू होने जा रहा है। डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन पंजाब (डी.जी.एस.ई.) ने जालंधर व रूपनगर के जिला शिक्षा अधिकारियों सैकेंडरी व एलीमैंट्री को निर्देश जारी करते हुए मिड-डे मील संबंधी स्कूलों का पूरा रिकार्ड ब्लाक व जिला स्तर पर दुरुस्त करवाने के लिए कहा है।
केंद्र भेजता है मिड-डे मील की राशि
इससे पहले केंद्र सरकार ने एक निर्देश जारी करते हुए सरकारी स्कूलों को मिड-डे मील बनाते समय उसकी फोटो भी भेजने को कहा था। यहां बता दें कि पहली से 8वीं कक्षा तक सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्याॢथयों को दोपहर का खाना केंद्र सरकार की ओर से मिड-डे मील के रूप में दिया जा रहा है।
इसके लिए बाकायदा साप्ताहिक मैन्यू भी राज्यों की ओर से बनाए गए हैं। इसमें जालंधर के 390 स्कूलों में करीब 1.20 लाख बच्चों और रूपनगर के 850 स्कूलों में करीब 44.50 लाख बच्चों को खाना दिया जाता है।
ये चैक करती हैं टीमें
1 बच्चों को दिए जाते खाने की गुणवत्ता।
2 कौन सा नमक व आयल हो रहा उपयोग।
3 सब्जी व दाल की क्वालिटी।
4 मैन्यू अमल में लाया जा रहा या नहीं
5 विद्याॢथयों से भी करती हैं बात।
पहले लुधियाना में भी हो चुकी है चैकिंग
जालंधर व रूपनगर जिलों से 2 वर्ष पहले जे.आर.एम. की टीमें लुधियाना में भी मिड-डे मील की चैकिंग कर चुकी हैं।
चैकिंग के बाद देश भर से आई रिपोर्टों के बाद एम.एच.आर.डी. ने स्कूलों में उपयोग किए जा रहे नमक व आयल की क्वालिटी को बदलने के आदेश जारी किए थे। यही नहीं टीमों की रिपोर्ट के बाद मील के मैन्यू में कुछ बदलाव भी किए गए थे।