Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 11:10 AM
पंजाब राज्य के सरकारी व सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों में पहली से 8वीं कक्षा तक पढऩे वाले विद्याॢथयों को दोपहर का खाना मुहैया करने के लिए चलाई जा रही मिड-डे मील स्कीम गत कई महीनों से फंडों की कमी के कारण बंद होने की कगार पर पहुंच गई है।
फरीदकोट (हाली): पंजाब राज्य के सरकारी व सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों में पहली से 8वीं कक्षा तक पढऩे वाले विद्याॢथयों को दोपहर का खाना मुहैया करने के लिए चलाई जा रही मिड-डे मील स्कीम गत कई महीनों से फंडों की कमी के कारण बंद होने की कगार पर पहुंच गई है।
इस गंभीर मुद्दे को लेकर सांझा अध्यापक मोर्चा फरीदकोट के नेताओं प्रेम चावला, सुखविंद्र सिंह सुक्खी, मुख्त्यार सिंह मत्ता, गुरप्रीत सिंह रंधावा, सुखदर्शन सिंह, प्रीत भगवान सिंह व गुरप्रीत रुपरा सहित अध्यापकों के एक सामूहिक वफद ने बलजीत कौर जिला शिक्षा अफसर सै.शि. व इंद्रजीत कौर जिला शिक्षा अफसर एली. शि. फरीदकोट से मिलकर उनके ध्यान में लाया कि गत कई महीनों से दोपहर का खाना बनाने के लिए अपेक्षित गेहूं व चावल नहीं आ रहे व न ही राशन तैयार करने के लिए अपेक्षित राशि प्राप्त हो रही है। उन्होंने बताया कि अध्यापक अपनी जेब से पैसे खर्च करके टाइम पास कर रहे हैं व अब दुकानदारों ने भी राशन देना बंद कर दिया है।
अध्यापक नेताओं ने अधिकारियों को लिखित तौर पर चेतावनी दी है कि अगर बनता कच्चा राशन व खाना बनाने के लिए बकाया पड़ी रकमों की तुरंत अदायगी न की गई तो 6 नवम्बर से जिला फरीदकोट के समूह स्कूलों में मिड-डे मील स्कीम का मुकम्मल बायकाट किया जाएगा व इसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की होगी।