Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 10:48 AM
पिछले लंबे समय से मिड-डे मील के नैगेटिव में चल रहे अकाऊंट को लेकर सरकार ने नए वर्ष में सरकारी स्कूलों को फंड जारी करके राहत प्रदान की है। लुधियाना के मिड-डे मील के लिए शिक्षा विभाग की ओर से 3 करोड़ रुपए के लगभग राशि भेजी गई है। इसी के साथ ही फूड...
लुधियाना(विक्की): पिछले लंबे समय से मिड-डे मील के नैगेटिव में चल रहे अकाऊंट को लेकर सरकार ने नए वर्ष में सरकारी स्कूलों को फंड जारी करके राहत प्रदान की है। लुधियाना के मिड-डे मील के लिए शिक्षा विभाग की ओर से 3 करोड़ रुपए के लगभग राशि भेजी गई है। इसी के साथ ही फूड ग्रेन भी पूरा करने के आदेश दिए गए हैं।
वहीं स्कूलों में मिड-डे मील बनाने वाले कुकों की जनवरी तक की सैलरी भी जारी कर दी गई है। डिप्टी डी.ई.ओ. डिम्पल मदान ने बताया कि विभाग की ओर से बुधवार को ही यह राशि जारी की गई है, जिसे स्कूलों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।लुधियाना के सरकारी स्कूल पिछले लंबे समय से मिड-डे मील के फंडों को लेकर काफी दुविधा में थे। विभाग की ओर से स्कूलों को मिड-डे मील के लिए फंड किस्तों में जारी किए जा रहे थे, जिसके चलते उन स्कूलों के लिए सबसे अधिक परेशानी पैदा हो रही थी, जहां विद्यार्थियों की गिनती काफी अधिक है। फंड खत्म होते ही स्कूलों के अध्यापकों को अपनी जेबों या फिर उधार राशन लेकर मिड-डे मील चलाना पड़ रहा था।
जवद्दी एवं सरकारी प्राइमरी स्कूल सुखदेव नगर में तो हालात यहां तक पहुंच गए थे कि इन स्कूलों को अपना मिड-डे मील भी बंद करना पड़ा, क्योंकि इन स्कूलों का नैगेटिव में अकाऊंट क्रमश: 80 हजार व 40 हजार तक पहुंच गया था। ऐसे में अध्यापकों ने भी तनख्वाह न आने का हवाला देकर मिड-डे मील के लिए पैसे देने से हाथ खड़े कर दिए थे। हालांकि विभाग ने मिड-डे मील बंद होने की सूचना मिलते ही कुछ फंड फिर से जारी करके इसे शुरू करवाया लेकिन फिर भी सर्दी की छुट्टियों के बाद खुले स्कूलों में मिड-डे मील चलाने को लेकर स्कूलों का हाथ तंग ही था। डिप्टी डी.ई.ओ. डिम्पल मदान के मुताबिक विभाग की ओर से भेजी गई 3 करोड़ की राशि में से स्कूलों का दिसम्बर तक का नैगेटिव अकाऊंट भी खत्म होने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।