Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Aug, 2017 10:18 AM
स्कूलों में दोपहर के समय बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील को बांटने के संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। इन आदेशों में विभाग
जालंधर(सुमित): स्कूलों में दोपहर के समय बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील को बांटने के संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। इन आदेशों में विभाग द्वारा कहा गया है कि मिड-डे मील बांटने की जिम्मेदारी स्कूलों में अध्यापकों की लगाई जाती है, परंतु सभी स्कूलों में यह ध्यान रखा जाए कि मिड-डे मील के लिए गणित, इंगलिश जैसे महत्वपूर्ण विषय के अध्यापकों की जिम्मेदारी न लगाई जाए।
विषयों के अध्यापकों को मिड-डे मील से रखा जाए मुक्त
इस कार्य के लिए पी.टी.आई., ड्राइंग टीचर, डी.पी.ई., सिलाई टीचर आदि की जिम्मेदारी लगाई जाए। इसके पीछे जो तर्क विभाग द्वारा दिया गया है उसमें कहा गया है कि गणित, इंगलिश जैसे महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापकों को मिड-डे मील की जिम्मेदारी देने से वे इसमें व्यस्त हो जाते हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई का काफी नुक्सान हो जाता है।विभाग का कहना है कि जहां तक सम्भव हो महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापकों को मिड-डे मील से मुक्त ही रखा जाए, अगर कहीं स्टाफ की कमी के कारण ऐसा सम्भव नहीं है तो वहां पर ही इन अध्यापकों को यह जिम्मेदारी दी जाए। गौरतलब है कि विभाग के नोटिस में आया था कि बहुत से स्कूलों में मिड-डे मील को बांटने की जिम्मेदारी इंगलिश व मैथ जैसे विषयों के अध्यापकों को सौंपी हुई है, जिसके बाद यह निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि स्कूल प्रबंधन में सुधार लाया जा सके।
मिड-डे मील का ज्वाइंट खाता खुलवाने के निर्देश
स्कूलों में मिड-डे मील के लिए मिलने वाले फंड को लेकर जो स्कूलों में खाते खुलवाए गए हैं वे स्कूल इंचार्ज व स्कूल मैनेजमैंट कमेटी के चेयरमैन के साथ मिलकर ही ज्वाइंट रूप में खुलवाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग का कहना है कि सिर्फ स्कूल पिं्रसीपल के नाम पर ही खाते खुलवाए गए हैं जिससे स्कूल में मिड-डे मील का खर्चा कम हो जाता है।