Edited By Updated: 21 Apr, 2017 09:51 AM
अप्रैल महीने के मध्य में ही पारा 44 डिग्री पर जा पहुंचा है, जिससे जून, जुलाई महीने में पडऩे वाली गर्मी का असर अब अप्रैल में ही दिखने लगा है।
जलालाबाद, (गुलशन): अप्रैल महीने के मध्य में ही पारा 44 डिग्री पर जा पहुंचा है, जिससे जून, जुलाई महीने में पडऩे वाली गर्मी का असर अब अप्रैल में ही दिखने लगा है। पारा बढऩे के साथ ही तेज चल रही गर्म हवाओं व लू के थपेड़ों से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग की अगर मानें तो अगले कुछ दिनों में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। गर्मी बढऩे से सब्जियों व दूध के रेट में उछाल आने से रसोई का बजट भी पूरी तरह से बिगड़ गया है। सब्जियों के रेट आसमान पर जा चढ़े हैं। वहीं, दूसरी ओर भीषण गर्मी का असर पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता पर पड़ा है, जिससे दूध के साथ-साथ डेयरी उत्पादों में भी उछाल देखने को मिल रहा है।
गर्मी के कारण दोपहर के समय बाजार सुनसान हो जाते हैं जिस कारण व्यापार जगत में भी मंदी देखने को मिल रही है।
पावर कटों के लिए तैयार रहें लोग
पावर कॉम के शहरी एस.डी.ओ. रमेश मक्कड़ ने बताया कि गर्मियों के मौसम में बिजली लाइनों की मुरम्मत के लिए सप्ताह के पहले 3 दिन कुछ समय के लिए पावर कट लगाए जाएंगे। इसके अलावा घरों से बाहर मीटर लगाने की प्रक्रिया के चलते भी विद्युत सप्लाई प्रभावित हो सकती है।