Edited By Updated: 25 Apr, 2017 01:52 PM
सरकारी मैडीकल कॉलेज के अधीन चलने वाले मॉडल नशा छुड़ाओ केन्द्र में निर्धारित सरकारी रेट से हटकर 1,01,66,500 रुपए की दवाइयां खरीद कर पंजाब सरकार को चूना लगाया गया है।
नशा छड़ाओ केन्द्र द्वारा अपने स्तर पर खरीदी गई उक्त दवाइयों की कमेटी में न तो...
अमृतसर(दलजीत): सरकारी मैडीकल कॉलेज के अधीन चलने वाले मॉडल नशा छुड़ाओ केन्द्र में निर्धारित सरकारी रेट से हटकर 1,01,66,500 रुपए की दवाइयां खरीद कर पंजाब सरकार को चूना लगाया गया है।
नशा छड़ाओ केन्द्र द्वारा अपने स्तर पर खरीदी गई उक्त दवाइयों की कमेटी में न तो सिविल सर्जन को शामिल किया गया है, न ही नियमों को ध्यान में रखा गया। पंजाब सरकार के ध्यान में मामला आने के उपरांत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन मामले की गहराई से जांच करने में जुट गया है।
जानकारी अनुसार पंजाब सरकार की जानकारी में आया है कि वर्ष 2014 से वर्ष 2016 तक उक्त सैंटर में निर्धारित सरकारी रेट से अधिक की दवाइयां नियमों की अनदेखी कर विभिन्न प्राइवेट कंपनियों से खरीदी गई हैं। पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन द्वारा निर्धारित किए गए सरकारी रेट से हटकर 1,01,66,500 रुपए की दवाइयां खरीदी गई हैं। पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि बुर्फोनॉफिन, नेलोकसोन इंजैक्शन, नेल्र्टोकसोन नामक दवा की गोलियों की खरीद नियमों के अनुसार नहीं हुई है। पत्र में बताया गया है कि उक्त सैंटर द्वारा वर्ष 2014 से 2016 में एक दवा 190 रुपए प्रति पत्ते के हिसाब से 50,900 रुपए की खरीद की गई जबकि सरकारी रेट 73. 40 रुपए प्रति पत्ता था।अन्य कुछ दवाईयां जिनका सरकारी रेट 73.40 रुपए था क्रमश: 140 व 148 रुपए में खरीदी गई हैं। इसी प्रकार अन्य दवाइयों के रेट में भी काफी अंतर है।